जिस परकोटे में रामलला विराजे थे उसका कपड़ा उज्जैन से गया था

कारसेवकों के साथ बाबा सत्यनारायण मौर्य ने हाथो-हाथ काम चलाऊ चबूतरा तैयार किया था उज्जैन। अयोध्या में उस समय जब मस्जिद तोड़ी गई थी तब परकोटा बनाया गया था और उसके लिए कपड़ा उज्जैन से गया था। छात्र जीवन उज्जैन में ही बीताने वाले सत्यनारायण मोर्य की इसमें भूमिका रही थी। अपनी पढ़ाई पूरी कर … Read more