यह कांग्रेस है… यहां अपने अपनों से लड़ते हैं… इसीलिए नेता जनता की परवाह करते रहते हैं…
यह कांग्रेस का अनुशासन है, जहां स्वयं का स्वयं पर शासन है… जहां हर व्यक्ति शासक है और हर व्यक्ति नेतृत्व है… जहां जुबान दिल से चलती है… जहां जुबान पर लगाम नहीं रहती है… जो दिल में आया कह दिया… मंच मिला तो भी परहेज नहीं किया… जंग का रंग सार्वजनिक भी हो जाता … Read more