2023 की लड़ाई व्यक्तिगत आरोप- प्रत्यारोप तक आई

  • कांग्रेस ने वीडी शर्मा और विधायक इंदु तिवारी तो भाजपा ने कांग्रेस के विधायक तरुण भनोत व विनय सक्सेना पर लगाए कई गंभीर आरोप

जबलपुर। 2023 की जंग में राजनीति का स्तर ना जाने क्या स्वरूप ले क्योंकि शुरुआत में ही माजरा व्यक्तिगत आरोपों तक आ पहुंचा है। नेताओं में व्यक्तिगत लांछन लगाने का यह सिलसिला दिग्विजय सिंह से शुरू हुआ है, वह लगातार आगे बढ़ता चला जा रहा है। विगत दिनों अपने जबलपुर प्रवास के दौरान दिग्विजय सिंह ने भाजपा के विधायक सुशील तिवारी इंदू पर पीडीएस घोटाले में संलिप्तता के आरोप लगाए थे और कहा था कि मध्यप्रदेश का पीडीएस सिस्टम का पूरा काम सुशील तिवारी इंदू के हाथों में लंबे अरसे से है। बावजूद इसके न सरकार ध्यान दे रही है और ना ही मीडिया। इसके बाद जबलपुर पहुंचे मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पर भी कई व्यक्तिगत आरोप लगा दिए। उन्होंने कह दिया कि वी डी शर्मा ने अपनी पत्नी और ससुर को कृषि विश्वविद्यालय में उच्च स्तरों पर स्थान दिलाया है और नियमों को ताक पर रखकर नियुक्तियां कर दी गई है। पलटवार में कल बीजेपी ने कांग्रेस और विशेष तौर पर कांग्रेस विधायक तरुण भनोत को आड़े हाथों ले लिया उनका कहना था जबलपुर के हृदय स्थल में बन रहे कांग्रेस विधायक तरुण भनोट के मॉल की जांच होनी चाहिए । उन्होंने अपने कार्यकाल में नियमों को शिथिल करते हुए इसकी तमाम प्रशासनिक स्वीकृति को लिया था, जिसमें टैक्स चोरी के साथ-साथ अन्य अनियमितताएं भी शामिल है। बीजेपी ने आधिकारिक विज्ञप्ति जारी करते हुए आरोप लगाए हैं कि तरुण भनोत के मॉल की जांच हो और कांग्रेसियों के अवैध व्यवसायिक सिंडिकेट को भाजपा खत्म करेगी।


व्यक्तिगत आरोपों का सिलसिला शुरु
2023 विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी उठापटक तो देखने को मिलती ही है, लेकिन सवाल अब व्यक्तिगत आरोपों पर उठने लगा है। चुनावी साल में सियासी तेवरों का हाल व्यक्तिगत आरोपों पर पहुंच रहा है, जिससे छटपटाहट दोनों ही दलों में देखने को मिल रही है । लाजमी है जनता की कसौटी पर खरा उतरने विकास महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है या व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप यह तो समय बताएगा। लेकिन राजनीति का स्तर और कितना गिरता हुआ देखने को मिलेगा या आने वाले दिन जरूर बताएंगे। चुनाव में जीत के लिए साम-दाम-दंड-भेद का दौर अभी से ही शुरू हो चुका है, ऐसे में नेताओं के लिए चुनावी हथकंडा बना व्यक्तिगत आरोपों का यह सिलसिला किस-किस प्रभावशाली नेता के गिरेबान तक जाता है यह भी दिलचस्प होगा।

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