चीन से युद्ध का खतरा, फिर ताइवान क्यों गईं नैंसी पेलोसी? खुद बताई वजह

नई दिल्ली: चीन की धमकी के बावजूद अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (House of Representative) की स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) मंगलवार को ताइवान पहुंच गईं. उनका यह ताइवान दौरा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर रहा है. पेलोसी के ताइवान दौरे से अमेरिका और चीन के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है.

चीन को पेलोसी का ताइवान दौरा रास नहीं आ रहा और उसने सैन्य कार्रवाई की धमकी दी है. मंगलवार को ताइवान पहुंचीं पेलोसी ने वॉशिंगटन पोस्ट (Washington Post) में प्रकाशित अपने ओपिनियम पीस (Opinion Piece) में इस दौरे का बचाव करते हुए कहा कि अमेरिकी नेता निरंकुश ताकतों के सामने घुटने नहीं टेकेंगे.

पेलोसी ने कहा, हम ऐसी स्थिति में चीन के साथ खड़े नहीं रह सकते, जब वह ताइवान और लोकतंत्र के लिए चुनौती बना हुआ है. हमने ऐसे समय में यह दौरा किया है, जब पूरी दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच संघर्ष कर रही है. ताइवान का दौरा कर हम लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का सम्मान करते हैं और यह दोहराते हैं कि ताइवान और सभी लोकतंत्रों की स्वतंत्रता का सम्मान किया जाना चाहिए.

चीन ने पेलोसी की ताइवान यात्रा से पहले ही ताइवान स्ट्रेट को अलग करने वाली सीमा पर युद्धपोतों को तैनात कर दिया था. चीन के विदेश मंत्रालय ने पेलोसी के ताइवान दौरे को अत्यधिक खतरनाक बताया है.

चीन की सेना के प्रवक्ता वु कियान ने जारी आधिकारिक बयान में कहा, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी हाई अलर्ट पर है और हम देश की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए और किसी भी तरह के बाहरी दखल के प्रयासों को असफल करने के लिए लक्षित सैन्य कार्रवाई करेंगे.

हालांकि, इस ओपिनियन पीस में पेलोसी ने चीन के उन आरोपों को खारिज किया है, जिसमें इस दौरे को उकसावे वाला बताया गया. पेलोसी ने कहा कि उनके ताइवान दौरे का एकमात्र उद्देश्य स्वशासित ताइवान के प्रति समर्थन जताते हुए उनके साथ खड़ा होना है.

ओपिनियन पीस में कहा गया, हमने यह दौरा ऐसे समय में किया है, जब पूरी दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच संघर्ष कर रही है. रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू किया, जिसमें बच्चों सहित हजारों लोगों की मौत हो गई. यह जरूरी है कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश यह स्पष्ट करें कि हम निरंकुश ताकतों के सामने घुटने नहीं टेकेंगे.

बता दें कि नैंसी पेलोसी के ताइवान पहुंचते ही चीन के 21 सैन्य विमान ने ताइवान के एयर डिफेंस जोन में घुसपैठ की. पिछले 25 सालों में ताइवान का दौरा करने वाली नैंसी पेलोसी अमेरिका के शीर्ष स्तर की पहली नेता हैं. अमेरिकी सीनेट की स्पीकर 81 साल की नैंसी पेलोसी का यह चौथा कार्यकाल है. अमेरिका में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के बाद स्पीकर तीसरा सबसे बड़ा पद है. वह 2019 से वे इस पद पर हैं.

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