रातों रात अरबपति बना मजदूर, अकाउंट में अरबों रुपये देखकर हैरान रह गया मजदूर
कन्नौज। कहते हैं कि कब कौन से इंसान की किस्मत चमक जाए कहा नहीं जा सकता। ऐसा ही मामला उत्तरप्रदेश (UP) के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र (Chhibramau Kotwali area) में रहने वाले ईंट भट्टा मजदूर (brick kiln worker) के साथ हुआ है। मजदूर के खाते में गलती से करीब 31 अरब रुपये आ गए। इससे वह एक दिन के लिए अरबपति बन गया। एक बार नहीं मजदूर के खाते में दो बार रकम आ गई। जब मजदूर मिनी ब्रांच से रुपये निकालने गया, तब खाते में आई रकम का खुलासा हुआ।
बता दें कि उत्तरप्रदेश के कन्नौज जिले में एक भट्टा मजदूर 24 घंटे के लिए अरबपति बन गया. राजस्थान में मजदूरी करने वाले बिहारी लाल ने शराब पीने के लिये बैंक बैलेंस चेक किया तो उसमें 31 अरब रुपये से ज्यादा दिखाई दिये. यह देख वह बैंक से रुपये निकालने गया, लेकिन भीड़ ज्यादा होने की वजह से वह वापस आ गया. दूसरे दिन जब वह रुपये निकालने गया तो खाते से सारी रकम गायब हो चुकी थी। वहीं इस मामले में बैंक आफ इंडिया के कर्मी बीसी पाल ने बताया कि इस तरह की कोई रकम मजदूर के खाते में नही आई है. किसी ने शरारत की होगी।
मामला कन्नौज के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत कमालपुर गांव का है. यहां का बिहारी लाल भट्टा मजदूर है और शराब पीने का आदी है। सोमवार को उसे शराब की तलब लगी, लेकिन जेब मे रुपये नही थे. उसने बैंक से रुपये निकाल शराब पीने की सोची. खाते में जमा रकम की जानकारी के लिये वह गांव के मिनी ब्रांच पहुंचा और बैलेंस चेक करवाया। चेक करने पर पता चला कि उसके खाते में 31 अरब 7 करोड़ से ज्यादा रुपये पड़े हैं। यह देख बैंक संचालक और बिहारी लाल दोनों चौंक गये। कम्प्यूटर पर दिखी रकम की एंट्री कराने वह ब्रांच पहुंचा, लेकिन भीड़ देख वापस आ गया।
आंखों में अरबपति बनने का सपना लिये वह सो गया. मंगलवार को जब बैलेंस जानने और रुपये निकालने के लिये वह बैंक पहुंचा तो एक रुपया भी न निकल सका. उल्टा उसके सामने ही सारी रकम धीरे धीरे गायब हो गयी. रुपया गायब होने के बाद भट्ट मजदूर के 24 घण्टे में देखे गये सारे सपने चकनाचूर हो गये. इस मामले में जब बैंक आफ इंडिया के कर्मी बीसी लाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस तरह की कोई रकम मजदूर के खाते में नहीं आई है। खाते में केवल पीएम किसान सम्मान निधि और गैस सिलेंडर की सब्सिडी ही खाते में आई है और यह एमाउंट भी खाते में नही दिख रहा है। इसमें किसी की शरारत रही होगी।