पैरों में अल्सर होना डायबिटीज का देता है संकेत,जानिए क्‍या है नुकसान

नई दिल्ली (New Dehli)। डायबिटीज   की समस्या (roblem)से करोड़ों लोग जूझ रहे हैं। इस बीमारी की वजह से शरीर के बाकी अन्य अंग भी प्रभावित होते हैं। डायबिटीज (iabetes) को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। डायबिटीज के मरीजों (atients) में इंसुलिन नहीं बन पाता है, तो ब्लड (lood)शुगर (ugar) का स्तर बढ़ जाता है। हालात गंभीर होने पर यह स्थिति व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकती है, इसलिए समय रहते डायबिटीज के लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है। इस बीमारी के लक्षण पैरों पर भी नजर आते हैं। दरअसल, ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर पैरों की चोट का जोखिम बढ़ जाता है। डायबिटीज होने पर पैरों तक ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे पैर सून्न पड़ जाते हैं और भी कई समस्याएं होती हैं। तो आइए जानते हैं, ब्लड शुगर बढ़ने पर पैरों में कौन-से लक्षण नजर आते हैं।
पैरों में दर्द और सूजन
अगर आप अपने पैरों में लगातार दर्द, झुनझुनी, सुन्नता या जलन महसूस करते हैं, तो ये भी डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा पाचन तंत्र, यूरिनरी ट्रेक्ट, रक्तवाहिनियां और दिल की सेहत भी प्रभावित होती हैं।

पैरों का अल्सर
आम तौर पर, पैरों में अल्सर की पहचान त्वचा में दरार या गहरे घाव से होती है। डायबिटीज के मरीजों में अल्सर मुख्य रूप से पैर के निचले हिस्से में पाया जाता है। जिसके कारण त्वचा खराब हो सकती है।

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, शुरुआत से ही डायबिटीज के लक्षण पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। अगर आपको पहले से ही पैरों में अल्सर है, इस संक्रमण का उपचार करना काफी जरूरी है। पैरों में अल्सर होने पर नंगे पैर चलने से बचें और घाव को रोजाना साफ करें और सबसे जरूरी बात है अपने ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखें।

पैरों में सूजन और लालिमा
डायबिटीज के कारण पैरों में फ्रैक्चर भी हो सकते हैं। जिससे पैरों या टखनों में लालिमा, सूजन या अन्य लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

नाखूनों में फंगल इन्फेक्शन
डायबिटीज के मरीजों में नाखूनों में फंगल इंफेक्शन होने का खतरा भी रहता है। इसमें नाखून का रंग बदल जाना, काला पड़ना या नाखून टेढ़े-मेढ़े होने की दिक्कत भी हो सकती है। कई बार किसी चोट के कारण भी नाखूनों में फंगल इंफेक्शन हो सकता है। इसेक अलावा डायबिटीज में पैरों का आकार भी बदल जाता है।

एथलीट फुट
एथलीट फुट एक फंगल इन्फेक्शन है जिसके कारण पैरों में खुजली, लालिमा और दरारें पड़ जाती हैं। ये समस्याएं एक या दोनों पैरों में हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क कर दवा लें।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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