UP: भाजपा में प्रत्याशी चयन की कवायद, पिछले लोकसभा चुनाव में हारी हुई सीटों पर कराया सर्वे

नई दिल्ली (New Delhi)। पिछले लोकसभा चुनाव (last lok sabha election) में उत्तर प्रदेश की हारी हुई सीटों (lost seats of Uttar Pradesh) पर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक प्रत्याशी चयन (candidate selection) को लेकर कवायद चल रही है। इस बीच प्रदेश भाजपा (State BJP) ने सभी हारी सीटों पर टिकट के दावेदारों को लेकर सर्वे कराया है। हर सीट पर दो-दो पर्यवेक्षक (supervisor) भेजे गए थे। कुछ पर्यवेक्षकों ने रिपोर्ट सौंप दी है तो बाकी सौंपने वाले हैं। कई सीटों पर दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है तो कई जगह बाहरी प्रत्याशी उतारने की डिमांड भी सामने आई है। कुछ जगह मौजूदा सांसदों के भी पाला बदल की चर्चाएं हैं।

भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 80 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि दो सीट उसके सहयोगी अपना दल (एस.) ने जीती थीं जबकि विपक्षी दलों में बसपा ने 10, सपा ने 5 और कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी। मगर उपचुनाव में भाजपा ने आजमगढ़ और रामपुर सीटें भी सपा से छीन ली थीं। इस तरह भाजपा की सीटें 64 और एनडीए की बढ़कर 66 हो गई थीं। अब प्रदेश में 14 हारी हुई सीटें हैं। पार्टी की ओर से इन सभी सीटों पर हाल ही में पर्यवेक्षक भेजे गए थे। इनमें प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रियों के साथ ही प्रदेश पदाधिकारी शामिल थे। इन सभी को मानक भी बता दिए गए थे कि किस स्तर के पार्टी नेताओं से उन्हें रायशुमारी करनी है।

कुछ सांसद बदल सकते हैं पाला
पार्टी सूत्रों की मानें तो कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह को घोसी, मंत्री धर्मपाल सिंह को श्रावस्ती, नीलिमा कटियार को मुरादाबाद, नवीन जैन को बिजनौर, प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह को मैनपुरी, प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह को अंबेडकर नगर, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल को जौनपुर, प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला को सहारनपुर, प्रदेश मंत्री शंकर गिरि को संभल, पंकज सिंह व विजय शिवहरे को अमरोहा, रंजना उपाध्याय को रायबरेली भेजा गया था। इनमें से कइयों ने रिपोर्ट सौंप दी है। सभी की रिपोर्ट मिलने के बाद इसे केंद्रीय नेतृत्व को भेजे जाने की तैयारी है। पूर्वांचल और अवध क्षेत्र की दो-तीन सीटों पर दूसरे दलों के मौजूदा सांसद भी पाला बदल कर प्रत्याशी हो सकते हैं। यह सांसद भाजपा के संपर्क में भी हैं। पार्टी किसी कद्दावर मंत्री को लड़ाने का प्रयोग भी कर सकती है। हालांकि लोकसभा टिकट को लेकर अंतिम फैसला दिल्ली दरबार से ही होना है और वहां इन दिनों एक-एक सीट को लेकर कवायद तेजी से चल रही है।

ये हैं यूपी में एनडीए की हारी हुई 14 सीटें
मैनपुरी, रायबरेली, श्रावस्ती, अंबेडकर नगर, लालगंज, घोसी, गाजीपुर, जौनपुर, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, नगीना, सहारनपुर, बिजनौर।

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