देश की सुरक्षा के लिए दूसरों के भरोसे नहीं, खुद पर निर्भर होना बहुत जरुरी: सेना प्रमुख

नई दिल्‍ली (New Dehli)। जब बात देश की सुरक्षा (national security)को लेकर हो तो दूसरों के भरोसे नहीं (not trusting others)रहा जा सकता है। इसके लिए खुद पर निर्भर होना बहुत जरूरी (it is very important to depend)है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे(Army Chief General Manoj Pandey) का भी यही मानना है। थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को कहा कि देश की सुरक्षा को न तो ‘आउटसोर्स’ किया जा सकता है और न ही इसके लिए दूसरों पर निर्भर रहा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए जरूरी सैन्य उपकरणों के मामले में हमारा आत्मनिर्भर बनना बहुत ही जरूरी है।

आयात पर निर्भरता कम से कम की जाए

सेना प्रमुख ने एक रक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सेना की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जरूरी है कि आयात पर निर्भरता कम से कम की जाए, जो ‘भविष्य के लिए तैयार’ होने की योजना में बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, ”देश की सुरक्षा के संरक्षक होने के नाते हम अपनी क्षमता विकास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आयात पर पूर्ण रूप से निर्भर नहीं हो सकते और इस बात से हम भलीभांति अवगत हैं। भविष्य के लिए तैयार रहना हमारी योजना में यह महत्वपूर्ण पहलू है।

देशों पर निर्भरता और सप्लाई चैन में बाधाएं आईं

सेना प्रमुख ने फर्स्टपोस्ट रक्षा शिखर सम्मेलन में कहा कि कोविड​​​​-19 वैश्विक महामारी और दुनिया भर में चल रहे संघर्षों ने जरूरी सैन्य उपकरणों के लिए बाहरी निर्भरता के प्रभाव को दर्शाया है। उन्होंने कहा, ”जमीनी लड़ाई में प्रौद्योगिकी एक नए रणनीतिक क्षेत्र के रूप में उभर रही है। वैश्विक महामारी के दौरान महत्वपूर्ण उपकरणों के लिए दूसरे देशों पर निर्भरता और सप्लाई चैन में बाधाएं आईं और इसका असर भी दिखा। दुनिया भर में चल रहे संघर्षों से हमने यह सबक भी सीखा।” जनरल पांडे ने कहा, ”इन घटनाक्रमों ने स्पष्ट रूप से रेखांकित किया कि राष्ट्र की सुरक्षा को न तो ‘आउटसोर्स’ किया जा सकता है और न ही इसके लिए दूसरों पर निर्भर रहा जा सकता है।

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