योद्धाओं को इतिहास में मिले उचित स्थान

  • मंत्री डॉ. मोहन यादव ने आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में कहा

जबलपुर। देश की आजादी में अपने प्राणों की आहूति देने वाले सभी वीर योद्धाओं को इतिहास में उचित स्थान मिलना चाहिए। देश की आजादी में अपनी कुर्बानी देने वाले ज्ञात और अज्ञात बलिदानों के योगदान को भी स्मरण करने के लिये कार्यक्रम आयोजित किया गया हैं। जिससे आने वाली पीढ़ी उनकी वीर गाथाओं को याद रख सकें। ये बात उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने मानस भवन में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के दौरान कही। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने स्वतंत्रता सग्राम सेनानी कोमल चंद जैन को पुष्प गुच्छ, शॉल व श्रीफल देकर स्वागत किया। आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के द्वारा जनजातीय संस्कृति पर आधारित लोकगीत व लोक नृत्य प्रस्तुत किये गये। मंत्री डॉ. मोहन यादव के आगमन पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया गया।

उन्होंने इस अवसर पर स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर पुस्तिका का विमोचन भी किया। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अवसर पर स्वतंत्रता पर केद्रित प्रदर्शनी लगाई गई थी। मंत्री डॉ.यादव ने आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। डॉ. मोहन यादव ने आजादी का अमृत महोत्सव राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सम्मिलित होने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र भी वितरित किये। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कोमल चंद जैन, विधायक अशोक रोहाणी, विधायक विनय सक्सेना, सेवा निवृत्त प्राध्यापक प्रोफेसर सदानंद दामोदर सप्रे, डॉ. जय रोहाणी, डॉ. कपिल देव मिश्र, डॉ. सुनील कुमार बाजपेयी, डॉ. नंदिता सरकार, डॉ. कैलाश जाटव, डॉ. विश्वास चौहान, डॉ. रंजना मिश्रा, डॉ. सुलेखा मिश्रा, डॉ. संध्या चौबे, डॉ. पवन तिवारी, डॉ. के एस भाटिया, डॉ. अरूणा, डॉ. सपना चावला, डॉ. किरण सिंह, डॉ. सपना केशरवानी, डॉ. नंदलाल पटेल, डॉ. स्मृति शुक्ला, डॉ. लीना राय, डॉ. तूलिका गौतम, डॉ. वीना भैरम, डॉ. गिरीश वर्मा, डॉ. मंजू बरखाने सहित प्राध्यापक एवं छात्र-छात्रायें मौजूद थीं।

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