9 साल महासचिव रहने के बाद विजयवर्गीय ने क्यों दिया इस्तीफा? सामने आई बड़ी वजह

इंदौर। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को राष्ट्रीय महासचिव (Kailash Vijayvargiya) पद से इस्तीफा दे दिया। वे करीब नौ साल तक इस पद पर रहे। वर्तमान समय में वे मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री (Minister in Madhya Pradesh Government) हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने महासचिव के पद से इस्तीफा (Resignation from the post of General Secretary) देने की जानकारी अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर किए गए एक पोस्ट से दी। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने नौ वर्ष तक पहले अमित शाह और फिर जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न स्थानों पर संगठन को गढ़ने में प्राणप्रण से कार्य किया।

कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। उन्होंने इसकी तस्वीरें भी एक्स पर शेयर की हैं। विजयवर्गीय ने बताया कि उन्होंने पार्टी के एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के चलते महासचिव पद से इस्तीफा दिया है। विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी ने अब उन्हें मध्य प्रदेश में एक नई भूमिका के लिए भेजा है। वे अब राज्य को शक्ति बनाने के लिए काम करेंगे।

उन्होंने विश्वास जताया कि डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश विकास की एक नई इबारत लिखेगा। बता दें कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर-1 सीट से जीत दर्ज की, जिसके बाद उन्हें मंत्री बनाया गया। विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए काम किया। गौरतलब है कि बीजेपी ने इस बार 230 सीटों पर हुए चुनाव में 163 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस को 66 सीटों से संतोष करना पड़ा। मतदान 17 नवंबर को हुआ था, जबकि नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए गए।

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