
नई दिल्ली । पहलगाम(Pahalgam) में आतंकी हमले(Terrorist attacks) के बाद भारत सरकार (Government of India)के सिंधु जल संधि(Indus Water Treaty) को सस्पेंड करने के बाद से ही पाकिस्तान(Pakistan) पानी को लेकर छटपटा रहा है। वहीं अफगानिस्तान ने पाकिस्तान की परेशानी बढ़ाने का पूरा प्लान तैयार कर लिया है। तालिबान शासित अफगानिस्तान ने ऐलान किया है कि वह कुनार नदी पर बांध बनाएगा। उसके इस कदम से पाकिस्तान की ओर पानी का बहाव कम हो जाएगा और उसे भविष्य में पानी की बड़ी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। तालिबान ने यह ऐलान तब किया जब कि पाकिस्तान के उसके संबंध बेहद खराब हो चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक यह डैम बनाने का आदेश तालिबान के सुप्रीम लीडर मावलावी हिबतुल्ला अखुंदजादा ने दिया है। बीते दिनों पाकिस्तान ने बिना सोचे-समझे ही अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक कर दी थी। इसके बाद दोनों देशों की सेनाओं में सीमा पर झड़प शुरू हुई और पाकिस्तान के कम से कम 58 सैनिक मारे गए। बौखलाए पाकिस्तान ने अस्थायी सीजफायर होने के बाद भी दोबारा एयरस्ट्राइक की। हालांकि कतर की मध्यस्थता से दोनों देश सीजफायर पर तैयार हो गए।
तत्काल निर्माण शुरू करने का आदेश
अफगानिस्तान की सरकार ने बांध बनाने का केवल निर्णय नहीं लिया है बल्कि प्रशासन को काम शुरू करने का आदेश दे दिया है। तालिबान के सुप्रीम लीडर ने कहा कहा है कि घरेलू कंपनियों को ही काम शुरू करने का ठेका दिया जाए। अफगानिस्तान के जल और ऊर्जा मंत्रालय की देखरेख में यह काम होना है।
कहां से निकलती है कुनार नदी
कुनार नदी पाकिस्तान के पास ही हिंदुकुश पर्वत श्रृंखला से निकलती है। यह खैबर पख्तूनख्वा के रास्ते पाकिस्तान में प्रवेश करती है। जलालाबाद के पास यह काबुल नदी से मिल जाती है। पाकिस्तान में इसे चित्राल नदी के नाम से जानते हैं।
भारत के साथ भी हो गई है बड़ी डील
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी की भारत यात्रा के दौरान हेरात में डैम बनाने को लेकर भी समझौता हुआ था। दोनों देशों ने मिलकर यहां हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट बनाने का फैसला किया है। इससे अफगानिस्तान की कृषि और ऊर्जा की आवश्यकताएं पूरी होंगी। वहीं अफगानिस्तान का सलमा डैम बनाने में भी भारत ने मदद की थी।
ताजिकिस्तान से भी सुधर रहे तालिबान के रिश्ते
अफगानिस्तान में अशरफ गनी की सरकार गिरने और तालिबान का कब्जा होने के बाद दुनियाभर के देशों ने काबुल में अपने दूतावास बंद कर दिए थे। भारत ने ऐलान किया है कि जल्द ही काबुल में दूतावास खोला जाएगा। वहीं तालिबान अब ताजिकिस्तान के साथ भी संबंध सुधारना चाहता है। तालिबान ने एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ताजिकिस्तान भेजा था। ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान की भी सीमा लगी हुई है।
जिस काबुल नदी में कुनार आकर मिलती है वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बहने वाली सबसे बड़ी सीमा पार नदी है। यह अटक के पास सिंधु नदी में मिल जाती है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सिंचाई के लिए यह बहेद अहम है। कुनार के प्रावह में कमी से पंजाब प्रांत भी प्रभावित होगा।
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