नई दिल्ली । थाइलैंड और कंबोडिया (Thailand – Cambodia) की सीमा पर बढ़ती हिंसा के बीच बैंकॉक (Bangkok) स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण यात्रा सलाह जारी की है। इसमें भारतीय नागरिकों से सात संवेदनशील प्रांतों की यात्रा से बचने की अपील की गई है। यह कदम उन क्षेत्रों में बढ़ते सशस्त्र संघर्षों के मद्देनजर उठाया गया है, जहां पिछले कई महीनों से तनाव बना हुआ था।
दूतावास ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “थाइलैंड-कंबोडिया सीमा के पास की स्थिति को देखते हुए, थाइलैंड की यात्रा करने वाले सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे थाई अधिकारियों द्वारा जारी ताजा जानकारी और अपडेट, विशेष रूप से TAT Newsroom, को ध्यानपूर्वक देखें।”
थाइलैंड पर्यटन प्राधिकरण (TAT) ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर उन जगहों के नाम दिए हैं जहां जाना फिलहाल के लिए सेफ नहीं है। इसने लिखा, “थाई-कंबोडिया सीमा पर चल रही अशांति के कारण, कृपया ध्यान दें कि 7 प्रांतों के कई आकर्षण केंद्रों पर घूमने जाने की सिफारिश नहीं की जाती है।”
ये रही लिस्ट-
1. उबोन रत्चथानी प्रांत
• फु चोंग-ना योई राष्ट्रीय उद्यान (ना चालुआई)
• काएंग लामडुआन (नाम यूएन)
• चोंग आन मा चेकपॉइंट (नाम यूएन)
2. सुरिन प्रांत
• प्रसात ता मुएन थॉम/टॉड
• प्रसात ता क्वाई
• प्रसात बान प्लुआंग
• प्रसात फुम पोन
• चोंग चोम
• फानोम स्वाई वन पार्क
• फानोम डोंग राक सीमा क्षेत्र
3. सिसाकेत प्रांत
• खाओ फ्रा विहान एनपी (फा मो आई डेंग)
• चोंग संगम
• कंथारलक और फु सिंग के निकट सीमावर्ती क्षेत्र
4. बुरीराम प्रांत
• चोंग साई ताकू
• ता फ्राया एन.पी
• बान क्रुअट और लहन साई के निकट सीमा क्षेत्र
5. सा कैओ प्रांत
• बान ख्लोंग ल्यूक चेकपॉइंट और रोंग क्लूआ मार्केट
• प्रसाद सदोक कोक थॉम
• अरन्याप्रथेट और ख्लोंग हाट के निकट सीमा क्षेत्र
6. चंथाबुरी प्रांत
• बान लाम और बान फैट काड चौकियां
• पोंग नाम रॉन और सोई दाओ के पास सीमा क्षेत्र
7. ट्रेट प्रांत
• बान हैट लेक, बान मुएन दान और बान मा मुआंग चौकियाँ
यात्रा संबंधी अपडेट के लिए कृपया संबंधित टीएटी प्रांतीय कार्यालयों से संपर्क करें। TAT कॉल सेंटर 1672 है। भारतीय नागरिकों से अपील की गई है कि वे संकटग्रस्त क्षेत्रों से दूर रहें और किसी भी आपात स्थिति में भारतीय दूतावास से संपर्क करें।
यह सलाह ऐसे समय आई है जब थाइलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचाई ने मीडिया को बताया कि सीमा की स्थिति “गंभीर रूप से बिगड़ चुकी है।” उन्होंने कहा, “यह अब सिर्फ मामूली झड़प नहीं, बल्कि आक्रामक हमलों और घुसपैठ की स्थिति है, जो आम नागरिकों के जीवन को संकट में डाल रही है। भारी हथियारों के प्रयोग के साथ यह संघर्ष युद्ध में तब्दील हो सकता है।” थाई प्रशासन ने देश के 20 से अधिक स्थानों की यात्रा से परहेज करने को कहा है, जिसमें उबोन राचाथानी, सुरिन, सिसाकेत, बुरीराम, सा केओ, चंथाबुरी और त्रात जैसे प्रांत शामिल हैं।
गुरुवार को भड़की झड़पों में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई, जिनमें बच्चे और एक सैनिक भी शामिल हैं। इसके अलावा 15 सैनिक और 30 आम नागरिक घायल हुए हैं। भारी गोलाबारी, रॉकेट हमलों और गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं। थाइलैंड की सेना ने बताया कि उन्होंने कंबोडियाई क्षेत्र में हवाई हमले भी किए हैं।
थाई सेना का आरोप है कि कंबोडियाई बलों ने रूसी निर्मित BM-21 रॉकेट लांचर और भारी तोपखाने का उपयोग किया, जिसके जवाब में थाई सेना ने “उचित जवाबी कार्रवाई” की। थाइलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, संघर्ष प्रभावित प्रांतों में अब तक 58,000 से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं, जबकि कंबोडियाई अधिकारियों ने बताया कि 4,000 से अधिक नागरिकों को सीमा के पास के क्षेत्रों से निकाला गया है।
यह इस वर्ष मई के बाद से दूसरा बड़ा संघर्ष है, जब एक कंबोडियाई सैनिक की गोलीबारी में मौत हो गई थी। वर्तमान हिंसा उस समय और भड़क गई जब हाल ही में एक बारूदी सुरंग विस्फोट में थाई सैनिक घायल हुए और दोनों देशों ने एक-दूसरे के खिलाफ राजनयिक स्तर पर कदम पीछे खींच लिए।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved