
अबू धाबी। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि टूर्नामेंट और श्रृंखला की लंबाई के बारे में गंभीरता से विचार करना होगा क्योंकि बायो-बबल में अधिक समय तक रहना एक मानसिक चुनौती है।
कोरोनावायरस महामारी के कारण, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 13वां संस्करण संयुक्त अरब अमीरात में खेला जा रहा है, जिसमें सभी लोग बायो-बबल हैं। कोहली ने कहा कि हालांकि समूह में आप बायो बबल में आराम से रह सकते हैं, लेकिन इसकी पुनरावृत्ति के कारण खिलाड़ियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
कोहली ने ट्विटर पर आरसीबी द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा,”बायो बबल उतना कठिन नहीं है जब आप समूह में होते हैं। समूह में इस बबल का हर हिस्सा वास्तव में अच्छा है और यही कारण है कि हमने आईपीएल में एक साथ खेलने का आनंद लिया है। लेकिन इसके दोहराव के कारण कई बार मुश्किलें पैदा हो जाती हैं।”
उन्होंने कहा, “इन बातों पर विचार करना होगा कि टूर्नामेंट और श्रृंखला की लंबाई कितनी होगी और खिलाड़ियों को 80 दिनों तक समान वातावरण में रहने और खिलाड़ियों को कुछ अलग करने या जगह नहीं मिलने के कारण क्या प्रभाव पड़ेगा। इन बातों पर गंभीरता से विचार करना होगा। दिन के अंत में, आप चाहते हैं कि खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से सर्वश्रेष्ठ स्थिति में हों। मुझे लगता है कि बायो बबल में ज्यादा दिन रहने के कारण खिलाड़ी मानसिक रूप से परेशान हो जाता है, जिससे उसके प्रदर्शन पर असर पड़ता है।” कोहली ने जोर देकर कहा कि खिलाड़ियों के साथ बातचीत नियमित रूप से होनी चाहिए। (एजेंसी, हि.स.)
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