
नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party)की पश्चिम बंगाल(West Bengal) इकाई के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ने(law and order breakdown) का आरोप लगाया और महिलाओं को आत्मरक्षा(women self defense) के लिए लाल मिर्च पाउडर बांटे। यह कदम हाल ही में दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा के साथ हुई सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद उठाया गया है। भाजपा का यह अभियान साल्ट लेक के मेट्रो स्टेशन के पास शुरू हुआ, जिसे ऑपरेशन लाल मिर्च का नाम दिया गया है। पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने महिला यात्रियों को लाल मिर्च पाउडर से भरे पैकेट बांटे और बताया कि ये आत्मरक्षा के लिए हैं।
महिला भाजपा कार्यकर्ता ने कहा, ‘हम ये पैकेट माताओं और बहनों को वितरित कर रहे हैं ताकि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। संदेश सरल है – हमें अपनी सुरक्षा स्वयं करनी है। अगर आवश्यक हो तो लाल मिर्च पाउडर और पेप्पर स्प्रे का उपयोग करना चाहिए।’ प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री की वह टिप्पणी, जिसमें उन्होंने महिलाओं से देर रात बाहर न निकलने को कहा था, राज्य सरकार की महिला सुरक्षा में नाकामी को दिखाती है। हालांकि, बनर्जी ने स्पष्ट किया है कि उनकी टिप्पणियों को जानबूझकर तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
प्रदर्शनकारी महिलाओं का फूटा गुस्सा
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘2025 में हम यह विचार स्वीकार नहीं कर सकते कि महिलाओं को देर रात तक बाहर नहीं जाना चाहिए।’ एक महिला आईटी कर्मचारी ने कहा कि स्थिति वाकई चिंताजनक है। अगर एक महिला मुख्यमंत्री यह सुझाव दे रही हैं कि महिलाओं को देर रात तक बाहर नहीं निकलना चाहिए तो हम कैसे काम करेंगे? मेरे कार्यालय का समय रात 10.30 बजे तक बढ़ जाता है।
मुझे क्या करना चाहिए? ऐसे में मुख्यमंत्री को घर से काम करने की व्यवस्था करनी चाहिए। पश्चिम बर्धमान जिले के दुर्गापुर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज की ओडिशा निवासी 23 वर्षीय छात्रा के साथ कुछ लोगों ने उस समय सामूहिक बलात्कार किया, जब वह शुक्रवार रात अपने दोस्त के साथ खाना खाने के लिए बाहर गई थी।
रात में बाहर निकलने पर ममता ने क्या कहा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को स्तब्ध करने वाली बताते हुए कहा कि उनकी सरकार ऐसे अपराधों के प्रति शून्य-सहिष्णुता की नीति अपनाती है। उन्होंने कहा कि महिला छात्राओं, विशेष रूप से राज्य के बाहर की छात्राओं को छात्रावास के नियमों का पालन करना चाहिए और देर रात तक बाहर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि पुलिस हर घर के बाहर पहरा नहीं दे पाएगी। उन्होंने संस्थानों से परिसर के अंदर और आसपास अपने छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved