
नोएडा: ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में गोशाला (Gaushala) में गोवंशों (Bovines) की मौत से हड़कंप मच गया. सूचना मिलने पर गोरक्षक (Cow Protectors) मौके पर पहुंचे. गोशाला में दर्जनों की गोवंशों की मौत का आरोप लगाते हुए गोरक्षकों ने जमकर हंगामा किया. सूचना के बाद गोशाला पर पुलिस व प्रशासन की टीम पहुंची. एसडीएम दादरी ने गोशाला का निरीक्षण किया. इस बीच गोरक्षकों ने गोवंशों को भूखा प्यासा रखने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि गोशाला में दर्जनों गोवंशों की मौत हुई है.
प्रशासनिक अधिकारी ने दो गोवंशों की मौत की बात कही है. एसडीएम का कहना है कि जिन गोवंशों के अवशेष दिखे हैं, उनकी पहले ही मृत्यु होने से उन्हें यहीं दफना दिया गया था. बारिश के कारण मिट्टी हटने से उनके अवशेष नजर आ रहे हैं. गोरक्षकों ने मामले की जांच की मांग की है. मामला कोतवाली जारचा क्षेत्र के गिर्जापुर खंडेरा गांव में मौजूद गोशाला का है.
गोरक्षकों का आरोप है कि गोशाला की खाली जमीन पर मृत अवस्था में गोवंश मिले हैं. हालात इतने खराब थे कि गोवंशों के शवो को कौवे और जानवर नोचते दिखाई दिये. गौवंशों की मौत के कारणों की अभी पुष्टि नही हो सकी है. ऐसी आशंका हैं की गोवंशों की मौत भूख-प्यास की वजह से हुई है. गोवंशों की मौत पर हिंदू संगठनों में भारी गुस्सा है. संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार की तरफ से हर महीने गोशाला को गायों की देखरेख के लिए लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, उसके बाद भी ऐसी तस्वीर देखने को मिल रही है. गोरक्षकों का कहना है चार गोवंशों का अंतिम संस्कार उन्होंने शनिवार को किया है.
गोशाला में गोवंशों की मौत के बाद प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम दादरी, एसीपी-2 ग्रेटर नोएडा, तहसीलदार व थाना प्रभारी द्वारा मौके पर पहुंचकर जायजा लिया गया. वह मामले की जांच पड़ताल में जुटे हैं. पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों की टीम गोशाला पहुंची है और मृत गोवंशों के शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. इस गोशाला में कई गोवंश बुरी तरह से बीमार और मरणासन्न अवस्था में भी मिले हैं. एसडीएम दादरी का कहना है कि केवल दो गोवंशों की मौत हुई है. अधिक बारिश होने से गोवंश के अवशेष नजर आ रहे थे, चूकि जमीन सार्वजनिक होने के कारण मृतक गोवंशो को उसी जमीन पर दफनाया जाता है. जिसकी वजह से अवशेष मौके पर नजर आ रहे है.
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