
भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लव जिहाद (Love Jihad) से जुड़े मामलों में लगातार हो रहे खुलासों के बाद अब राज्य सरकार (State Goverment) ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस मुख्यालय ने प्रदेशभर में सामने आए लव जिहाद, रेप और जबरन धर्म परिवर्तन जैसे संवेदनशील मामलों की जांच के लिए राज्य स्तरीय विशेष जांच टीम (Special Investigation Team) का गठन किया है. इस टीम की अगुवाई भोपाल (Bhopal) ग्रामीण के आईजी अभय सिंह करेंगे. उनके साथ भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव और पुलिस मुख्यालय के तीन वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे.
यह एसआईटी न केवल जांच करेगी, बल्कि ऐसे मामलों की निगरानी और समन्वय का भी कार्य करेगी. टीम विशेष रूप से ऐसे मामलों पर नजर रखेगी जहां धर्म छिपाकर युवतियों को प्रेम जाल में फंसाया गया, उनके साथ रेप हुआ या फिर जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया.
भोपाल में सामने आए हाई-प्रोफाइल लव जिहाद मामले की जांच को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की एक विशेष टीम भी राजधानी में बीते तीन दिनों से मौजूद है. इस टीम का नेतृत्व पूर्व डीजीपी निर्मल कौर कर रही हैं. टीम ने इस मामले की अलग-अलग पीड़िताओं और मामले की जांच कर रही पुलिस टीम से बात की है, इसके साथ ही राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने टीआईटी कॉलेज का भी दौरा किया है. सोमवार को यह टीम भोपाल स्थित क्लब 90 का निरीक्षण करेगी, जो वर्तमान केस का केंद्र माना जा रहा है.
इस बीच मानवाधिकार आयोग ने भोपाल पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए शिकायत दर्ज करने में देरी को गंभीरता से लिया है. आयोग ने पुलिस से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है. आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो के अनुसार, अब तक 7 पीड़िताएं सामने आ चुकी हैं और आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है. रविवार को एक पीड़िता आयोग के समक्ष पेश हुई थी, जिसके बाद आयोग ने संबंधित एफआईआर में संगठित अपराध की धाराएं जोड़ने की सिफारिश की है.
मामले में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि लव जेहाद के मामलों को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी, इस तरह के मामलों में संगठित रूप से लड़कियों को फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा ऐसे मामलों की जांच करके दोषियों को ऐसी सजा देंगे, जिससे कोई आगे ऐसी हिम्मत नहीं करेगा.
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