खरी-खरी

सैकड़ों के सपने धूल का गुबार बन रहे थे… और पूरा देश तालियां बजा रहा था…

कितना नादान है यह देश, जो तबाही की खुशियां मनाता है…बर्बादी पर जश्न के गीत गाता है…दूसरों के आंसुओं पर मुस्कराता है… क्षणभर में धूल का गुबार बने नोएडा के ट््िवन टॉवर के मलबे को भ्रष्टाचार की तबाही बताकर गूंजते टीवी चैनल, उनके भोंपूओं से सुर मिलाते सोशल मीडिया और अपने पन्नों को भरकर खबर […]

खरी-खरी

जहां-जहां राहुल वहां-वहां आजाद होने को बेकरार हैं गुलाम

जहां-जहां राहुल वहां-वहां आजाद होने को बेकरार हैं गुलाम…जहां समझदारी से बड़ी जिम्मेदारी हो जाती है, वहां राहुल जैसी मुसीबत आती है…पिता और परिवार की विरासत जहां संभाली नहीं जाती, वहां सम्पत्ति, सम्मान और समृद्धि लुटने लग जाती है… लोग साथ छोड़ जाते हैं… अपने पराए हो जाते हैं… पराए गले पडऩे लग जाते हैं…यही […]

खरी-खरी

ममता देख ली… अब माया देख लो…सूती साड़ी… कच्चा मकान… और अंदर निकली इतनी बड़ी दुकान…

पश्चिम बंगाल की सीधी सादी दिखने वाली ममता का मंत्री आधा अरब रुपया नकद बटोरता है… अभिनेत्री से नैन-मटक्का रखता है… उसके घर को बैंक समझता है… पूरे प्रदेश में डाकेजनी करता है…यह तो वो है जो सामने दिखता है… अभी तो कई राज खुलेंगे… नोटों के और ढेर लगेंगे…जमीन-जायदाद, बेनामी संपत्ति के भंडार नजर […]

खरी-खरी

वैभवशाली परम्पराओं के बीच ऐसे गूंजे सादगी के सुर

क्या यह जरूरी था महामहिम… दो दिन पहले आपको किसी मंदिर में झाड़ू लगाते, एक साधारण से घर में रहते और आम लोगों के बीच गुजर-बसर करते देखा था तो लगा था देश एक बार फिर गांधी-शास्त्री की सादगी को सर्वोच्च पद पर निहारेगा…लेकिन कल केवल आपके शपथ समारोह के लिए सेना के तीनों अंगों […]

खरी-खरी

मोदीजी…यह अच्छी बात नहीं…

जनता ने विपक्ष रचाया… सरकार की निरंकुशता के लिए अंकुश लगाया… आपने जनता की मंशा को ढहाया… यह कैसा प्रपंच दिखाया… पूरे देश की सत्ता आपके पास है… पूरे देश का विश्वास आपके साथ है… आप दुनिया के चहेते राष्ट्राध्यक्ष हैं… आप लोगों की पसंद के प्रधान सेवक हो… फिर हासिल करने की यह कैसी […]

खरी-खरी

सुंदर चेहरे पर खौफ के निशान… मुख्यमंत्रीजी गले लगाकर ढांढ़स बंधाइए… कल को हम देख चुके…आज का दर्द मिटाइए

इंदौर कल, आज और कल… का आईना दिखाने के लिए मुख्यमंत्री आज मजमा जुटाएंगे… शहर के प्रबुद्धजनों को बुलाएंगे, अपनी बात आम लोगों तक पहुंचाएंगे… कल की कांग्रेस की बिगड़ी तस्वीर दिखाएंगे और भाजपा की बनाई तदबीर का आईना बताएंगे… बीतें सालों में भाजपा ने शहर को अंधेरे से निकाला… उजाले की ओर बढ़ाया… सडक़ों […]

खरी-खरी

जनता क्यों नहीं चुनती राष्ट्रपति

न हम राष्ट्रपति चुनते हैं न प्रधानमंत्री… राष्ट्रपति हम पर थोपे जाते हैं और पसंद के प्रधानमंत्री के लिए अनचाहे सांसदों को जिताते हैं…हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ही ऐसी है, जिसमें तंत्र कमजोर है और लोग मजबूर…जनता यदि मोदी को चाहे तो उनके दल के सांसद को जिताएं और पार्टी जिसे राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाए उसे […]

खरी-खरी

भाजपा को नवाजो… संघ को साधो…

संघ साधे सब सधे… संघ ना सधे तो मुश्किल हो जाए …एक वक्त था जब संघ सत्ता से दूर रहता था…सेवा कार्य तक सीमित रहता था… वंदे मातरम् और सभ्यता तथा संस्कृति का देशभर में प्रचार करते हुए, अपनी पैठ रखता था… वो जनसंघ की विचारधाराओं का सशक्त प्रहरी हुआ करता था… लेकिन राजनीति से […]

खरी-खरी

देश जलाओगे तो कैसे नायक कहलाओगे…

सौगात है अधिकार नहीं… चार साल सेना में रहोगे तो देशप्रेम समझ में आएगा… जीवन अनुशासन से भर जाएगा… शरीर लोखंड की भांति मजबूत हो जाएगा… आत्मविश्वास और कुछ कर गुजरने का जज्बा उस उम्र में आ जाएगा, जिस उम्र को लडक़े खिलंदड़ मानते हैं… कॉलेजों की गलियों में चक्कर लगाते हैं…चाय-सुट्टे की दुकान पर […]

खरी-खरी

चौंक गए ना इंदौरियों…उनका काम है चौंकाना… और तुम्हारा काम है उनके चयन पर मोहर लगाना

जो चर्चित नहीं होते हैं वो चौंकाते हैं… और जो चौंकाते हैं वो तब तक इस भ्रम को पालते हैं, जब तक उनके सामने जनता के चौंकाने वाले फैसले नहीं आते हैं…अतिउत्साह और जबरदस्त आत्मविश्वास से भरी भाजपा ने जिस-जिस नाम को आजमाया जनता ने उसके आगे सर झुकाया… फिर वो सांसद शंकर लालवानी हों […]