खरी-खरी

हसरतें कुछ पाने की नहीं… खुद को बचाने की हैं…

बहुत मुश्किल होता है अपना घर छोडऩा..और किसी के ठसाठस भरे घर में खुद के लिए जगह ढूंढना… पता होता है कि घूरती आंखें उन्हें परायेपन का एहसास कराएगी… हिकारत भरी नजरें जब उनका दिल दुखाएगी, तब अपने घर की बहुत याद आएगी… जिस घर में वर्षों बिताए… जिस दल में कई अपने बनाए… जिस […]

खरी-खरी

नेताओं पर तो पाबंदी लेकिन जनता का नोट फॉर वोट भी तो बंद होना चाहिए…

जब जनता भ्रष्ट हो जाएगी तो नेता पर उंगली कैसे उठाएगी… चुनाव से पहले खुलेआम नोट देकर वोट खरीदने के ऐलान किए जाते हैं… कहीं लाड़ली बहना के नाम पर नोट दिए जाते हैं….कहीं कर्जमाफी का ऐलान कर मतदाता लुभाए जाते हैं…कहीं मुफ्त बिजली की रोशनी दिखाई जाती है…कहीं वेतनवृद्धि तो कहीं बेरोजगारी भत्ता, कहीं […]

खरी-खरी

ईमान बेचकर वो बचते रहेंगे… कानून बनाएंगे तो भी प्रमाण कहां से लाएंगे

वो हमें बेच रहे थे…और खुद का कानून बनाकर बेच रहे थे…सदन में नोट लहराते रहे… बिकने की ताकत दिखाते रहे…एक पार्टी से चुनकर जाते रहे…दूसरी पार्टी से वफा दिखाते रहे… हमारे वोट की ताकत को अपनी ताकत बनाकर नोट कमाकर इठलाते रहे…सरकारें बनाते-बिगाड़ते रहे और खुद माननीय कहलाते रहे…ऐसे भ्रष्ट और बिकाऊ नेताओं ने […]

खरी-खरी

उनमें गैरत नहीं… हमको भी हैरत नहीं…

  बूढ़ा हो गया है लोकतंत्र…बेचारा 77 साल का…उसे मुर्दा बनाने पर तुले हैं यह नेता…यह मीडिया…यह संविधान और अब तो जनता भी साथ हो गई… जिन्हें लोकतंत्र के चार स्तंभ कहा जाता है, जब वे नीयत बदलने लग जाएं… कायदे के बजाय फायदे की नीतियों पर चलने लग जाएं तो हम किस पर उंगली […]

खरी-खरी

आपकी दया से अब तो दम घुटने लगा…शहर था हमारा अब तो सराय लगने लगा…

निगम में चाट चौपाटी लगाईए, हमारे शहर को तो मुक्त कराईए कौन हैं यह लोग, कहां से आए… शहर को सराय बना रहे हैं… चाहे जहां चौपाटी लगा रहे हैं… खाली जमीन दिखते ही कब्जे जमा रहे हैं… आप अपनी सदाशयता में हमें मार रहे हैं… निगम कब्जा हटाने के बदले फ्लैट देता है… उसे […]

खरी-खरी

लौट के कमलनाथ घर को आए… शाह-नड्डा ने गणित लगाए… बिना शकर की खीर कौन खाए

कोई बुलाए तब तो जाएं… तीन दिन से दिल्ली में डेरा डाले बैठे रहे कमलनाथ, लेकिन न शाह ने घास डाली… न नड्डा ने बुलाया… बिचौलिए बात चला रहे थे, लेकिन गोटियां नहीं बिठा पा रहे थे… कमलनाथ अनाथ-से नजर आ रहे हैं…खुद समझ नहीं पा रहे हैं…न इनकार कर पा रहे थे और न […]

खरी-खरी

बाप ने की पाप की कमाई…. परिवार करे भरपाई…

नाबालिग बेटे को कम्पनी का मालिक बनाया…कम्पनी से करोड़ों काला धन सफेद कराया … सैकड़ों करोड़ का घर बनाया…लालू यादव के कर्मों ने खुद को तो सलाखों में पहुंचाया… लेकिन पत्नी से लेकर बेटों और बेटियों तक के भविष्य को दांव पर लगाया… वो इसे मोदी-शाह की साजिश बता रहे हैं… ईडी के दुरुपयोग का […]

खरी-खरी

कलदार की जुगाड़ की… अठन्नी ही खोटी निकल गई

चले थे सरमायदार बनने, सर ही मुंडाकर चले आए… जिस नीतीश ने बीड़ा उठाया, उसने ही बेड़ा गर्क कराया…बदनसीब विपक्ष के नसीब ने फिर धोखा खाया… कलदार की जोड़-तोड़ में लगे थे…चवन्नी ही बिखर गई…होना ही यह था…एकजुट हो जाते तो भी सर फुड़वाकर आते…चंद महीनों में ही नीतीश ने भांप लिया कि वो मेंढकों […]

खरी-खरी

एक सिकंदर… घर के अंदर…

18 वर्षों की सत्ता के मुखिया का 18 दिनों में पराभाव… शिवराजजी का गम यह है कि जो लोग उनके आगे-पीछे घूमते थे…उनके पैरों में शीश नवाते थे…उन्हें सर-माथे पर बिठाते थे…उनकी जय-जयकार के नारे लगाते थे… बैनर-पोस्टरों में वो ही नजर आते थे…आज उनका चेहरा तो चेहरा, नाम तक गायब हो गया…सालों का मुखिया […]

खरी-खरी

यह है भारत की ताकत.., अपमान बदला सम्मान मेें

ऐसा मुखिया कहां से लाओगे…ऐसा नेतृत्व कहां से पाओगे, जिसके अपमान पर एक देश में तीन मंत्री हटा दिए जाते हैं …जिसके गुणगान पर बांग्लादेश में सत्ता के सितारे जगमगा जाते हैं… एक ही समय में हुए यह दो वाकये पूरी दुनिया में भारत की शक्ति का प्रमाण बन जाते हैं…हमारे देश के विपक्षी नेता […]