खरी-खरी

अब वक्त भी मौजूं हकीकत से डरता है…अंजाम नए आयाम का क्या होगा, कह नहीं सकता है

कावड़ यात्रा मार्ग को सरकार ने नेमप्लेट में बांट दिया… हर दुकान पर नाम और चलाने वाले की पहचान वाकिफ कराने का मकसद भले ही सरकार कावड़ यात्रियों की पवित्रता और धार्मिक सहिष्णुता को बरकरार रखना बताए, लेकिन हकीकत यह है कि इस पूरे मार्ग पर मौजूद मुस्लिम समाज भी हिंदू कावड़ यात्रियों के सम्मान […]

खरी-खरी

‘आप’ तो ऐसे न थे…

किस पर यकीन करें… आप पर या आपके विरोधियों पर…ईमानदारी के नाम पर जन्मी पार्टी आज बेईमानी के आरोपों में दफन है…दो मंत्रियों सहित मुख्यमंत्री सींखचों में कैद हैं…दिल्ली का राज इतिहास रचते हुए जेल से चल रहा है… बेगुनाही और गुनाहों के कसीदे पढ़े जा रहे हैं… वो आरोप लगा रहे हैं तो यह […]

खरी-खरी

जिद की मेट्रो जमीन पर… इंदौर को मिली ताकतवर जुबान… नहीं होगा एम.जी. रोड कुर्बान…

  सुकून की सांस…शहर की जीवनरेखा बने एमजी रोड की चीर-फाड़ कर गर्भ से मेट्रो निकालने की जानलेवा योजना पर कल मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विराम लगाते हुए शहरवासियों और खासतौर पर इस मार्ग के व्यापारिक प्रतिष्ठानों, कारोबारियों और दुकानदारों की बढ़ती धडक़नों को राहत पहुंचा दी… जो बरसों से अपनी उजड़ी राहों की कल्पना […]

खरी-खरी

मंदिर पर भारी पड़ गई महंगाई… लोगों की भूख रामजी को भी रास नहीं आई…

कल तीसरी शपथ है…लेकिन इस शपथ में जश्न तो होगा, जोश नहीं… नाम तो होगा, पर गुमान नहीं…सफर तो होगा, लेकिन भरोसे के पंख नहीं… मतलबियों और मौकापरस्तों की बैसाखियों के सहारे हिमालय की चोटी-सा सफर तय करना…मन के हिलौरों के मुकाम तक पहुंचना…अपनी हिम्मत और गैरत के साथ आगे बढऩा…विरोधियों को अपनी हस्ती और […]

खरी-खरी

सरकार बनने तो दो… आधा इंडिया एनडीए का हो जाएगा… अभी तक तो राज्यों की सरकारें गिराई हैं… फिर विपक्ष मोदी का हो जाएगा

गंगा घाट का पानी पीया है… सबको मैं पानी पिला दूंगा… यह गीत वो यथार्थ दिखाएगा कि विपक्षियों का इंडिया दंग रह जाएगा…देश के बनारसी बाबू मोदीजी के इशारों पर अब तक राज्यों की सरकारें टूटती-बिखरती रहीं, लेकिन अब बारी केन्द्र की है…सरकार के अपने वजूद की है… मोदीजी के अपने रसूख की है…दस सालों […]

खरी-खरी

अब होगी मोदीजी की अग्निपरीक्षा…

जनता ने किया लगाम का काम… सरपट दौड़ती विपक्ष को रौंदती सरकार…अब न फटाफट फैसले कर पाएगी…न खटाखट जनता पर लाद पाएगी…न रातोरात नियम बनाएगी…न जनता पर गाज गिराएगी…न रात 8 बजे का वक्त देश को डराएगा और न कोई फैसला बिना साथियों की सलाह-मशविरा के लिया जाएगा… इसके फायदे भी हंै और नुकसान भी…फायदा […]

खरी-खरी

धीर-वीर, गंभीर… मोदी क्यों हुए इतने अधीर कि टूट गई मर्यादाएं… शब्द हो गए फकीर

हो गई चुनाव प्रचार की खमोशी…अब न कोई नारे गुंजाएगा…न कोई किसी पर तोहमतें लगाएगा…न कोई किसी को निशाना बनाएगा… न कोई शहजादा शब्द जुबां पर लाएगा और न ही कोई शहंशाह पर उंगली उठाएगा…न कोई धर्म-जाति का मुद्दा बनाएगा… न कोई हिंदू-मुसलमान को बांटकर चक्रव्यूह रचाएगा… सच कहें तो कान पक गए थे सुनते-सुनते…पहली […]

खरी-खरी

दिल्ली की सरकार हिला डाली केवल घोटालों के ख्यालों ने… उससे बड़ा घोटाला अंजाम देकर भी खामोश बैठे हैं नेता इंदौर के गलियारों में

इतना बड़ा घोटाला और पूरा मामला लगभग दबा डाला…100 करोड़ के घोटाले के नाम पर दिल्ली के मुख्यमंत्री को जेल में डाल में दिया जाता है…उपमुख्यमंत्री को जमानत के लिए तरसाया जाता है…पूरी दिल्ली सरकार को आरोपी बना दिया जाता है…और इंदौर के एक नगर निगम में ही हुए सवा सौ करोड़ के घोटाले को […]

खरी-खरी बड़ी खबर ब्‍लॉगर

बच्चों के हाथों में कत्ल का हथियार… जान लेने वाले नाबालिग करार… दिया निबंध की सजा का उपहार….

– वो कैसा बच्चा जिसकी सोच में दौलत और शराब का नशा शामिल हो कातिल हूं तो क्या हुआ नाबालिग (minor) हूं…मेरे देश का संविधान (Constitution) मुझे कत्ल की इजाजत देता है…चाहे जिसका खून बहाऊं बच्चा (child) समझकर छोड़ देता है…मैं निर्भया (nirbhaya) के साथ निर्दयता में शामिल रहूं या मदहोशी (madahoshee) में राह चलतों […]

खरी-खरी

उनकी ‘रस’ पर बहस… हमारी जिंदगी तहस-नहस…

शब्दों से ऐसे घायल हुए कि आसमान सर उठा पर लिया.. इमरती के रस को देश का इंकलाब बना दिया… यहां कदम-कदम पर गैरत की लाशें बिछी पड़ी हैं… बच्चों की भूख से सिसकती माताओं की दास्तानें बुलंद पड़ी हैं… इस देश में सूखी रोटियां… गली सब्जियां.. पनीली दालों से गुजर-बसर करती महिलाओं का अपमान […]