
नई दिल्ली । गुजरात (Gujarat)के राजकोट(Rajkot) में पायल मैटरनिटी हॉस्पिटल(Payal Maternity Hospital) में सीसीटीवी सिस्टम(CCTV System) को उसके डिफॉल्ट एडमिन (Default Admin)लॉगिन पासवर्ड ‘admin123’ के जरिये हैक करने का मामला देश के सबसे परेशान करने वाले साइबर स्कैंडल्स में से एक बन गया है। हैकर्स ने अस्पताल के सीसीटीवी सिस्टम को हैक कर गाइनाकोलॉजी वार्ड में महिलाओं की जांच की फुटेज चुराकर मुनाफा कमाने के लिए अंतरराष्ट्रीय पॉर्न मार्केट में बेच दीं। इस घटना से देशभर में साइबर सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गईं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, एक्सेस लॉग्स के मुताबिक जनवरी 2024 से लेकर दिसंबर 2024 की शुरुआत तक करीब एक साल तक यह सेंधमारी चली। इस साल फरवरी में साइबर अपराधियों को गिरफ्तार लिया गया। हैकर देशभर से नौ महीनों में करीब 50,000 सीसीटीवी क्लिप्स चुराने में कामयाब रहे।
89 सीसीटीवी डैशबोर्ड हुए हैक
यह स्कैम तब सामने आया जब राजकोट फैसिलिटी के टीजर क्लिप ”Megha Mbbs” और ”cp monda” जैसे यूट्यूब चैनलों पर ऑनलाइन पोस्ट किए गए। कस्टमर्स को फुटेज खरीदने के लिए टेलीग्राम ग्रुप्स में ले जाया जाता था, जिसकी कीमत 700 रुपये से 4,000 रुपये के बीच होती थी।
जांच के दौरान देशभर के कई शहरों- पुणे, मुंबई, नासिक, सूरत, अहमदाबाद और दिल्ली के करीब 80 सीसीटीवी डैशबोर्ड हैक हुए पाए गए। पीड़ित 20 राज्यों में फैले हुए थे। इनमें अस्पताल से लेकर स्कूल, कॉर्पोरेट हाउस, सिनेमा हॉल, फैक्ट्रियां और यहां तक कि प्राइवेट घर भी शामिल थे।
इस मामले में इस साल शुरुआत में ही पहली गिरफ्तारियां हो गई थीं, लेकिन जांचकर्ताओं ने पाया कि ये गैर-कानूनी तरीके से हासिल किए गए क्लिप जून तक टेलीग्राम ग्रुप्स पर मौजूद थे। जांचकर्ताओं ने पाया कि इनमें से कई सीसीटीवी सिस्टम अब भी “admin123” जैसे फैक्ट्री-सेट पासवर्ड का इस्तेमाल कर रहे थे।
अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि इसमें ‘ब्रूट फोर्स अटैक’ का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें हैकर्स एक प्रोग्राम या बॉट का इस्तेमाल करके लॉक के लिए अक्षर और नंबर के हर मुमकिन कॉम्बिनेशन को ट्राई करते हैं।
इस ऑपरेशन में लीड हैकर और बीकॉम ग्रेजुएट पारित धमेलिया ने ऐसा करने के लिए तीन अलग-अलग सॉफ्टवेयर प्रोग्राम का इस्तेमाल किया।
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