
नई दिल्ली। कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस (Congress) विधायक केसी वीरेंद्र (KC Virendra) को ईडी (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले में गिरफ्तार किया है। ईडी की छापेमारी में करोड़ों रुपये नोट के बंडल मिले हैं। रेड में एक करोड़ रुपये विदेशी मुद्रा (Foreign Exchange) और करोड़ों रुपये की ज्वैलरी भी बरामद हुई है। जांच एजेंसी की तरफ से बताया गया है कि ईडी की बेंगलुरु क्षेत्रीय कार्यालय ने 22 और 23 अगस्त को गंगटोक, चित्रदुर्ग जिला, बेंगलुरु शहर, हुबली, जोधपुर, मुंबई और गोवा समेत भारत भर में 31 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। इसमें 5 कैसीनो भी शामिल हैं।
यह तलाशी अभियान अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी के मामले में चित्रदुर्ग जिले के विधायक केसी वीरेंद्र और अन्य के खिलाफ दर्ज मामलों से जुड़ा है। तलाशी से पता चला है कि आरोपी किंग 567 के नाम से कई ऑनलाइन सट्टेबाजी साइटें चला रहा है। इसके अलावा आरोपी का भाई केसी थिप्पेस्वामी दुबई से 3 व्यावसायिक संस्थाओं का संचालन कर रहा है। डायमंड सॉफ्टेक, टीआरएस टेक्नोलॉजीज, प्राइम9 टेक्नोलॉजीज जो के सी वीरेंद्र के कॉल सेंटर सेवाओं और गेमिंग व्यवसाय से संबंधित हैं।
इसके अलावा, तलाशी की कार्रवाई के दौरान, लगभग 1 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा सहित लगभग 12 करोड़ रुपये नकद, 6 करोड़ रुपये (लगभग) के सोने के आभूषण, लगभग 10 किलोग्राम चांदी के आभूषण और चार वाहन को जब्त किया है। इसके अलावा, 17 बैंक खाते और 2 बैंक लॉकर भी फ्रीज कर दिए गए। इसके अलावा, के सी वीरेंद्र के भाई के सी नागराज और उनके बेटे पृथ्वी एन राज के परिसर से कई संपत्ति से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए गए। कई परिसरों से कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए।
ईडी ने बताया कि उनके अन्य सहयोगी, भाई के सी थिप्पेस्वामी, और पृथ्वी एन राज, दुबई से ऑनलाइन गेमिंग का संचालन संभाल रहे हैं। इसके अलावा, यह पता चला कि के सी वीरेंद्र, सहयोगी एक ज़मीनी कसीनो को पट्टे पर लेने के लिए व्यावसायिक यात्रा पर बागडोगरा होते हुए गंगटोक गए थे। तलाशी के दौरान ज़ब्त की गई आपत्तिजनक सामग्री से नकदी और अन्य धनराशि के जटिल स्तरीकरण का संकेत मिलता है। अपराध की आगे की जांच के लिए के.सी. वीरेंद्र को 23.08.2025 को गंगटोक से गिरफ्तार किया गया और न्यायिक मजिस्ट्रेट, गंगटोक, सिक्किम के समक्ष पेश किया गया और उन्हें बैंगलोर स्थित न्यायिक न्यायालय में पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड प्राप्त किया गया। मामले में आगे की जांच जारी है।
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