नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर (Coonoor of Tamil Nadu) में बुधवार को वायु सेना के हेलीकॉप्टर (air force helicopter) हादसे में देश के सैन्य बलों के पहले प्रमुख सीडीएस जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत (CDS General Bipin Rawat with his wife Madhulika Rawat) समेत 13 लोगों की मौत होने की पुष्टि वायुसेना ने कर दी है, जबकि हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह सिर्फ इकलौते बचे है, जो जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं, वहीं हेलीकॉप्टर उड़ रहे आगरा के विंग कमाण्डर पृथ्वी सिंह चौहान भी इस हादसे के शिकार हो गए हैं। बताया जा रहा कि वे हेलीकॉप्टर MI17 उड़ाने में माहिर भी इसके बाद भी यह हादसा हो गया। विंग कमाण्डर पृथ्वी सिंह चौहान की गिनती वायु सेना के गिने चुने पायलटों में होती थी। यह हादसा होने के के बाद परिवार में शोक की लहर छा गई है।
वहीं हैलीकाप्टर उड़ा रहे विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान के आगरा स्थित घर में शोक कह लहर है। खबर लगते ही घर पर आला अधिकारी सहित के जवान भी विंग कमांडर के घर पहुंचे। पृथ्वी चार बहनों का इकलौता भाई था।
जबकि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में कोतवाली क्षेत्र स्थित कन्हौली निवासी कर्नल केपी सिंह के पुत्र है। इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता व पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं। वह एयरफोर्स में ग्रुप कैप्टन के पद पर तैनात हैं। उनके पिता 12 वर्ष पहले सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
चाचा अखिलेश के मुताबिक, तमिलनाडु में हुए हेलीकाप्टर हादसे में सिर्फ वो ही अकेले बचे है। वरुण के दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल की सूचना मिली है, जबकि सीडीएस उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की जान जा चुकी है।
चाचा ने बताया कि वरुण फाइटर प्लेन पायलट हैं और गोरखपुर में वर्ष 2007 से 2009 तक कार्यरत रह चुके हैं। उन्हें 15 अगस्त 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। यह अवार्ड विंग कमांडर को फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई से विमान की सफल लैंडिंग कराने पर दिया गया था।
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