नई दिल्ली. क्रिप्टोकरेंसी में कभी भारी चढ़ाव तो कभी बड़ी गिरावट देखने को मिलती है. अब पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) ने दो हफ्ते से भी कम समय में लगभग 20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है. इसमें पिछले हफ्ते की तुलना में लगभग 11 प्रतिशत की गिरावट आई और वर्तमान में ये कॉइन 56,868 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है. हालांकि, ये अस्थिरता बहुत रेगुलर है. असल में पिछले 24 घंटों के भीतर भी, बिटकॉइन लगभग 3% गिर गया और लगातार पिछले छह दिनों से इसमें गिरावट दर्ज की जा रही है. 10 नवंबर, को 68,789.63 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद, इसमें ये गिरावट आनी शुरू हुई.
रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बिटकॉइन में गिरावट ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली की वजह से देखी गई है. कारोबारियों को इस बात की चिंता सताने लगी कि क्रिप्टो एक्सचेंज माउंट गोक्स के लेनदार अपने भुगतान को समाप्त कर सकते हैं.
जानें अन्य क्रिप्टो की कीमतें
Ether और दूसरी ethereum blockchain से जुड़े दूसरे कॉइन की कीमतें 7% बढ़कर 4314 डॉलर पर पहुंच गई हैं. Ether की कीमतें ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई हैं. इसके ब्लॉकचेन का दायरा बढ़ने के बाद इसका भाव बढ़ा है. इस बीच Dogecoin की कीमतें 7% बढ़कर 0.23 डॉलर पर पहुंच गई हैं. शिबा इनू भी 15% बढ़कर $0.000049 पर पहुंच गया है. इसी तरह दूसरी क्रिप्टोकरेंसी लाइटकॉइन, XRP, पोल्काडॉट, स्टेलर, कार्डानो, सोलाना की कीमतों में भी तेजी आई है.
भारत कर रहा है क्रिप्टो कानून पर विचार
दूसरी तरह भारत अब क्रिप्टो कानून पर विचार कर रहा है, जिसे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किया जा सकता है. वहीं, इस सेक्टर में कई अहम भारतीय एक्सचेंज ने अपने पब्लिक-आउटरीच ऑपरेशंस पर रोक लगाने का फैसला किया है. ऐसी अटकलें हैं कि क्रिप्टो को एक असेट क्लास के रूप में रेगुलेट किया जाएगा और ऐसा मना जा रहा है कि इसे लेनदेन के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति शायद ही मिलेगी.
चीन कर रहा है सख्ती
इसके अलावा, चीन देश के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और एनर्जी एफिशिएंट बनाने के लिए क्रिप्टो माइनिंग पर सख्ती कर रहा है, और IRS टैक्स धोखाधड़ी और दूसरे अपराधों से जुड़े अरबों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी को सीज करने पर विचार कर रहा है.