
नई दिल्ली । बीते मई महीने में भारत ने आतंकियों (Terrorists) के खिलाफ बड़ा प्रहार करते हुए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) लॉन्च किया था। भारतीय सशस्त्र बलों (Indian Armed Forces) के इस खास ऑपरेशन को देश-दुनिया के विशेषज्ञों ने सराहा। इस बीच शुक्रवार को भारतीय वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी (Deputy Chief Air Marshal Narmdeshwar Tiwari) ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बात करते हुए कहा है कि यह एक ऐसी कार्रवाई है, जिसे भविष्य में पढ़ा जाएगा और सीख लेने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा है कि इस ऑपरेशन ने दिखा दिया कि कैसे 50 से भी कम हथियारों से दुश्मनों को पस्त किया जा सकता है।
एयर मार्शल तिवारी ‘सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज’ और ‘कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर’ द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘हमने फायदे नुकसान, खासकर हवाई शक्ति के बारे में काफी चर्चा की। मुझे लगता है कि हवाई शक्ति का इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं है, जैसा हमने ऑपरेशन सिंदूर में किया।’’
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने यह दिखा दिया है कि कैसे 50 से भी कम हथियारों से दुश्मन को बातचीत की मेज पर लाया जा सकता है। वायु सेना उप प्रमुख ने सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह एक ऐसा उदाहरण है जिसका अध्ययन किया जाना चाहिए, और मुझे यकीन है कि बाद में इससे सीख ली जाएगी।’’
ऑपरेशन सिंदूर जारी- सीडीएस
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में सीडीएस जनरल अनिल चौहान भी शामिल हुए। वहीं भारतीय वायुसेना के कई पूर्व प्रमुख और कुछ अन्य रक्षा अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान सीडीएस चौहान ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी है और किसी भी परिस्थिति के लिए देश सेना लगातार चौकन्नी है। उन्होंने कहा है कि देश की सैन्य तैयारी चौबीसों घंटे और पूरे साल उच्च स्तर पर बनी रहनी चाहिए। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने सात मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर शुरू करके पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के कई ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था।
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