
बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर (Burhanpur) में चार दिन पहले शनिवार से शुरू हुए डायरिया (Diarrhea) के प्रकोप में अब तक जहां दो मौतें हो चुकी हैं, तो वहीं 200 से अधिक प्रभावित अब तक इलाज कराने सरकारी और निजी अस्पतालों (Hospital) में पहुंचे हैं। यहां की एमार्गिद पंचायत के आजाद नगर और काला बाग क्षेत्र के साथ ही सिंधीपुरा, आलमगंज और लोहारमंडी क्षेत्र में डायरिया का सबसे अधिक असर देखने को मिला है, जिसका कारण इस क्षेत्र में पीने के गंदे पानी की सप्लाई होना बताया जा रहा है। बड़ी संख्या में डायरिया प्रभावित उल्टी दस्त की समस्या से जूझ रहे मरीजों के अस्पताल पहुंचने से पहले दिन से ही वहां भी व्यवस्था चरमराती दिख रही है।
हालात यह है कि, जिला अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड और मेडिकल वार्ड में मरीजों की संख्या लगातर बढ़ने से पलंग कम पड़ते नजर आए। यहां तक की चिल्ड्रन वार्ड में खाली जगह पर एक्स्ट्रा पलंग लगाने के बाद भी एक एक पलंग पर एडजस्ट कर दो दो बच्चों को भर्ती कर उनके इलाज की व्यवस्था बनाई गई।
इधर महिला मेडिकल वार्ड में जुगाड़ का इस्तेमाल कर लगाये 10 अतिरिक्त पलंग के बावजूद भी नए मरीजों को रखने की जगह नहीं दिखाई दी। हालांकि अफसरों ने इलाज की व्यवस्था और जरूरत होने पर अतिरिक्त वार्ड बनाकर सभी का इलाज करने की बात कही है। बता दें कि जिला अस्पताल में भर्ती डाइरिया पीड़ित मरीजों में से रविवार रात ही जिला अस्पताल में आजाद नगर की निवासी 55 साल की महिला रुखसाना बी ने दम तोड़ा था, जिसके बाद सोमवार तड़के आजाद नगर के ही 13 माह के मासूम आबान ने पीआईसीयू वार्ड में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। परिजनों के मुताबिक दोनो को ही उल्टी-दस्त की शिकायत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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