
नई दिल्ली । यूरोपीय संघ (EU) ने ईरान पर (On Iran) फिर से व्यापक प्रतिबंध लगा दिए (Reimposed Sweeping Sanctions) । ये कदम संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध को लेकर लिए गए फैसले के बाद उठाया गया है।
यूरोपीय संघ का कहना है कि प्रतिबंधों में ईरानी सेंट्रल बैंक और अन्य ईरानी बैंकों की संपत्ति जब्त करना, साथ ही कुछ ईरानी अधिकारियों पर यात्रा प्रतिबंध शामिल हैं। यूरोपीय संघ ईरान द्वारा कच्चे तेल की खरीद और परिवहन के अलावा सोने और कुछ नौसैनिक उपकरणों की बिक्री या आपूर्ति पर भी प्रतिबंध लगा रहा था। संयुक्त राष्ट्र ने यह कदम सप्ताहांत में उठाया, जब पश्चिमी शक्तियों ने 2015 के परमाणु समझौते के तहत तथाकथित “स्नैपबैक” व्यवस्था लागू की। 27 देशों के इस समूह के पुनः लागू किए गए प्रतिबंधों में तेहरान की परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों से निपटने पर रोक लगाने वाले संयुक्त राष्ट्र के उपाय भी शामिल हैं। तेहरान ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों की निंदा करते हुए कहा कि ये “अनुचित” हैं।
बता दें, इससे पहले संयुक्त राष्ट्र ने ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगाने की पुष्टि की। सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1737 के तहत पूर्व में प्रतिबंधित 43 व्यक्तियों और 78 संस्थाओं की सूची को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। यह कदम पिछले महीने फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी की ओर से स्नैपबैक मैकेनिज्म के औपचारिक आह्वान के बाद उठाया गया है। हालांकि, इस कार्य योजना के तहत प्रतिबंधों में राहत देने के प्रयास 19 सितंबर को किए गए थे। पिछले शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यह प्रयास विफल रहे थे, जिससे मौजूदा तनाव का पता चलता है। अपने संयंत्रों पर इजरायल और अमेरिका के हालिया हमलों के जवाब में ईरान ने परमाणु निगरानी कार्य स्थगित कर दिए हैं। यूरोपीय संघ ने एक बयान में कहा, “आज, यूरोपीय संघ ने परमाणु समझौते का लगातार पालन न करने के जवाब में ईरान के खिलाफ प्रतिबंध फिर से लगा दिए हैं। हालांकि कूटनीतिक बातचीत के रास्ते खुले हैं।”
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