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यात्री वाहनों का निर्यात बढ़ा, दोपहिया में नरमी, मारुति सबसे आगे

नई दिल्ली। देश का यात्री वाहनों (Passenger Vehicles) का निर्यात चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में दो फीसदी बढ़कर 1,60,590 इकाई पर पहुंच गया। हालांकि, इस दौरान वाणिज्यिक,दोपहिया और तिपहिया समेत कुल वाहनों के निर्यात में गिरावट आई है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के मुताबिक, 2021-22 की समान अवधि में 1,57,551 यात्री वाहन निर्यात हुए थे।

आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान वाणिज्यिक, दोपहिया और तिपहिया समेत कुल 12,54,560 वाहनों का निर्यात किया गया। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 14,10,711 रहा था। सियाम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा, यात्री वाहनों के निर्यात मोर्चे पर बेहतर स्थिति रही है। लेकिन, कुल वाहनों का निर्यात बेहतर नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय मुद्राओं की तुलना में डॉलर में मजबूती के साथ एशिया व लैटिन अमेरिका के विभिन्न देशों को विदेशी मुद्रा की सुरक्षा के लिए आयात प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर किया गया। इसका असर भी दिखा।


कारों में 5 फीसदी की रही गिरावट
सियाम के मुताबिक, सितंबर तिमाही में कारों का निर्यात 5 फीसदी घटकर 97,300 इकाई रह गया। वैन के निर्यात में भी गिरावट आई है। हालांकि, यूटिलिटी वाहनों का निर्यात 16% बढ़कर 63,016 इकाई पहुंच गया।

मारुति सबसे आगे
निर्यात के मामले में मारुति सबसे आगे है। इस दौरान कंपनी ने सबसे ज्यादा 1.31 लाख से अधिक वाहनों का निर्यात किया।

  • ह्यूंडई 74,072 वाहनों के निर्यात के साथ दूसरे स्थान पर है। इस दौरान कंपनी ने 11% ज्यादा निर्यात किया।
  • किआ इंडिया 44,564 इकाइयों के साथ तीसरे स्थान पर है।
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