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ट्रंप टैरिफ के बीच मछुआरों को बड़ी राहत… ऑस्ट्रेलिया ने 8 साल बाद भारत से झींगा आयात को दी हरी झंडी

October 22, 2025

नई दिल्ली। अमेरिका (America) ने भारत (Indi) से झींगा आयात (Shrimp Imports) पर भारी टैरिफ (Tariffs) लगाकर मछुआरों को मायूस कर दिया था, लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने इनके लिए नई उम्मीद जगा दी है। ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने आठ साल पहले भारत से झींगा आयात पर रोक लगा दी थी, लेकिन मंगलवार को इसने आंध्र प्रदेश से पहले आयात को मंजूरी दे दी है। 2017 के जनवरी के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार भारत से झींगा आयात की सशर्त मंजूरी दी है। तब ऑस्ट्रेलिया ने भारत से गए झींगा के कुछ कंसाइनमेंट में व्हाइट स्पॉट वायरस पाया था, और तब से उसने इसके आयात पर पाबंदी लगा रखी थी।


भारत से झींगा मंगवाएगा ऑस्ट्रेलिया
एक रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के फैसले से सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश के मछुआरों पर असर पड़ेगा। क्योंकि, भारत से होने वाला 80% झींगा निर्यात यहीं से होता है, जिनमें से 70% तक अमेरिका भेजा जाता था। लेकिन, ट्रंप की 50% वाली टैरिफ नीति ने झींगा कारोबार में लगे लोगों में भारी निराशा भर दी थी। ऑस्ट्रेलिया की ओर से शर्तों के आधार पर झींगा आयात किए जाने के फैसले की घोषणा आंध्र प्रदेश के आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने की, जो सात दिनों के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए हुए हैं।

सीफूड निर्यातकों की बड़ी बाधा दूर
नारा लोकेश ने ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले को इस क्षेत्र के लिए बहुत बड़ा कदम बताते हुए एक्स पर पोस्ट लिखा है, ‘भारतीय सीफूड निर्यातकों के लिए लंबे समय से एक बाधी यह रही है कि व्हाइट स्पॉट वायरस की वजह से बिना छिलके वाले झींगों पर ऑस्ट्रेलिया की ओर से रोक है। आज भारतीय झींगों के पहले निर्यात को मंजूरी दे दी गई है।’ अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने जो नई टैरिफ की घोषणा की है, उससे झींगा निर्यात पर यह 59.72% तक के दर को छू चुका है और इससे आंध्र प्रदेश के झींगा निर्यात पर सीधा प्रभाव पड़ रहा था। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के आयातक अपनी सरकारों पर आयात पाबंदियां हटाने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे।

व्हाइट स्पॉट वायरस से मुक्त होने की शर्त
ऑकलैंड स्थित हैस्पर ब्रांड लैब्स के दिलीप मद्दुकुरी ने ET से कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया ने भारत से कुछ शर्तों पर झींगे के एक कंसाइनमेंट को मंजूरी दी है। इनमें उत्पाद (झींगे) बीमारी-मुक्त जगहों पर ऑर्गेनिक तरीके से तैयार होना चाहिए। यह ये सुनिश्चित करने के लिए है कि शिपमेंट व्हाइट स्पॉट वायरस से मुक्त हो। यह एक नई शर्त है। अन्य शर्तों में झींगा फ्रीज की गई हों…। हालांकि, इसकी जरूरत 2017 के पहले भी पड़ती थी।’ मद्दुकुरी ने जो जानकारी दी है, उसके अनुसार इन देशों में आयातकों को परमिट के दौरान ही यह जानकारी देनी पड़ती है कि वह किस देश से झींगा मंगवाना चाहते हैं या जो झींगा आ रहा है, उसका स्रोत कहां है।

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