
नई दिल्ली: फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी (Former French President Nicolas Sarkozy) को चुनावी वित्तीय षड्यंत्र के मामले में मंगलवार को 5 साल की जेल की सजा सुनाई गई. यह फैसला पेरिस की एक अदालत ने सुनाया जिससे फ्रांसीसी राजनीति में हलचल मच गई है. जानकारी के अनुसार, सरकोजी पर आरोप था कि उन्होंने 2012 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान निर्धारित कानूनी सीमा से अधिक धन खर्च किया और इस धन को छुपाने के लिए अवैध माध्यमों का इस्तेमाल किया था.
सजा सुनाए जाने के बाद पेरिस में स्थित सरकोजी के निजी आवास के बाहर भारी संख्या में उनके समर्थक इकट्ठा हो गए. इस भीड़ को जुटाने में निकोलस सरकोजी के बेटे लुई सरकोजी की प्रमुख भूमिका रही जिन्होंने सोशल मीडिया पर लोगों से एकजुटता दिखाने की अपील की थी. सूत्रों ने बताया कि समर्थकों ने सरकोजी के पक्ष में नारे लगाए और उन्हें राजनीतिक साजिश का शिकार बताया.
इस बीच, सरकोजी के वकीलों ने संकेत दिया है कि वे इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे. यदि अपील दायर की जाती है तो अंतिम निर्णय लंबित रहने तक सजा पर रोक लग सकती है. बता दें, ये मामला फ्रांसीसी राजनीति के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि निकोलस सरकोजी अब तक के कुछ प्रमुख नेताओं में से एक रहे हैं जिन्हें सार्वजनिक पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता के मामलों में दोषी ठहराया गया है. बता दें, निकोलस सरकोजी 2007 से 2012 तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे थे. यह मामला उनके 2012 के असफल पुनचुनाव अभियान से जुड़ा है जिसमें बिगमैलिएन स्कैंडल नामक एक फर्जी बिलिंग घोटाले के माध्यम से करोड़ों यूरो के गैरकानूनी चुनावी खर्च की बात सामने आई थी.
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