
नई दिल्ली । फरीदाबाद(Faridabad) में बड़ी मात्रा में विस्फोटक(explosives) की बरामदगी(recovery) से सुरक्षा एजेंसियों(security agencies) के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि डॉक्टरों और प्रोफेशनल्स लोगों से जुड़े ठिकानों पर हथियार और विस्फोटकों मिलना नई आतंकी रणनीति का हिस्सा है।
पिछले पांच वर्षों की एजेंसियों की जांच रिपोर्टों पर नजर डालें तो डॉक्टर, इंजीनियर और आईटी एक्सपर्ट तक आतंकी साजिश में शामिल पाए गए हैं। जम्मू-कश्मीर, केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में ऐसे कई मॉड्यूल हाल के वर्षों में पकड़े गए हैं, जहां आरोपी उच्च शिक्षित और पेशेवर थे।
खतरनाक है यह बदलाव
अधिकारियों के मुताबिक यह नई प्रवृत्ति खतरनाक है क्योंकि शिक्षित लोग तकनीक और नेटवर्किंग के साथ निगरानी से बचने के तरीके जानते हैं, जैसे वीपीएन , डार्क वेब और क्रिप्टो ट्रांजैक्शन। इनके पास सामाजिक सम्मान और भरोसे की ढाल होती है, जिससे शक कम होता है।
जांच एजेंसियों की चुनौती
सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि इन प्रोफेशनल्स का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होता। वे बैंकिंग, टेक्नोलॉजी और कानूनी ढांचे का इस्तेमाल पेशेवर तरीके से करते हैं। ऐसे में एजेंसियां ‘बिहेवियरल एआई सर्विलांस’ और डिजिटल फुटप्रिंट मैपिंग जैसी तकनीकों का प्रयोग कर रही हैं, ताकि नए तरह का आतंकी प्रोफाइल को समझा जा सके।
सॉफ्ट टारगेट की तलाश
कई मामलों में ऐसे लोग ‘सामाजिक सुधार’ या ‘न्याय’ के नाम पर शुरुआत करते हैं, जो धीरे-धीरे कट्टर विचारधारा में बदलती है। आतंकी ऐसे सॉफ्ट टारगेट तलाशकर उनका ब्रेन वाश करते हैं।
सोशल मीडिया से संपर्क
आतंकी संगठन टेलीग्राम, सिग्नल और डार्क वेब पर गुप्त चैट ग्रुपों में ‘भाई’ और ‘शहीद’ नामों से नए सदस्य जोड़ते हैं। ‘मिशन’, ‘जन्नत’ या ‘काज’ जैसे धार्मिक भावनाओं से भरे संदेशों के जरिये युवाओं को बरगलाया जाता है।
पढ़े-लिखे कई आतंकी पकड़े गए
2022: दिल्ली- एक जूनियर डॉक्टर पर ‘कट्टरपंथी समूह’ को शरण देने का आरोप लगा
2021: बेंगलुरु- आईटी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी ने ऑनलाइन विदेशी फंडिंग के जरिए दो लाख डॉलर की क्रिप्टो राशि आतंक समर्थक संगठनों को दी
2024: केरल- एक मेडिकल छात्रा को आतंकी संगठन आईएसआईएस के ऑनलाइन सेल से जुड़ने और फंडिंग में मदद के आरोप में गिरफ्तार
2023: मुंबई- मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने ‘डार्क वेब’ से बम बनाने की कोडिंग सीख तीन युवकों को प्रशिक्षण दिय
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