
धराली। उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी (Uttarkashi) में बादल फटने (Cloudburst) से बड़ी तबाही मची है। इसका असर धराली गांव (Dharali Village) पर भी भयानक रूप से पड़ा है, जोकि गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) के पास स्थित है। खीर गंगा नदी में आई विनाशकारी बाढ़ से धराली गांव में संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। खबर लिखे जाने तक इस घटना में 10 लोगों की मौत की बात सामने आई है और कई लोग बह गए हैं। 40 से ज्यादा लोग लापता है और 100 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की खबर है।
धराली गांव, हर्षिल क्षेत्र और गंगोत्री के बीच में स्थित है। धराली गांव से गंगोत्री धाम की दूरी करीब 19 किलोमीटर है। गंगोत्री से धराली पहुंचने में करीब 33 मिनट का समय लगता है। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से धराली गांव करीब 79 किलोमीटर दूर है। उत्तरकाशी से धराली गांव पहुंचने में लगभग 3 घंटे का समय लगता है।
गंगोत्री धाम उत्तराखंड में स्थित है, जो हिंदुओं के चार धामों में से एक है। यह गंगा नदी के उद्गम स्थल, गोमुख (गंगोत्री ग्लेशियर) के पास है और उत्तरकाशी जिले में हिमालय की गोद में बसा है। ये समुद्र तल से लगभग 3,100 मीटर की ऊंचाई पर है। गंगोत्री मंदिर मां गंगा को समर्पित है। मान्यता है कि यहां दर्शन करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। हिमालय की बर्फीली चोटियों और गंगा नदी का मनोरम दृश्य इसे आध्यात्मिक और पर्यटकीय दृष्टि से खास बनाता है।
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उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल क्षेत्र के धराली गांव में बादल फटने की घटना से हुए जन-धन के नुकसान की सूचना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है और प्रभावितों के प्रति संवेदना प्रकट की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए हैं। सेना, SDRF, NDRF, जिला प्रशासन एवं अन्य संबंधित टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। मुख्यमंत्री, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं और स्थिति की नियमित जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करते हुए प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
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