नई दिल्ली। कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन (Variant Omicron) भारत सहित पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा है। भारत में इस संक्रमण का खतरा और खतरनाक हो रहा है। देश में ओमिक्रोन (Variant Omicron) के 1,892 मरीज़ों सामने आ चुके हैं, हालांकि 766 मरीज़ स्वस्थ्य भी हो चुके हैं।
इसी बीच एक अच्छी खबर आ रही है कि वैज्ञानिक ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में विस्तार से जानने के लिए अध्ययन कर रहे कि उन्हें एक सफलता हासिल हो चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने ओमिक्रॉन का पता लगाने वाली पहली किट को मंजूरी दे दी है। इस किट का नाम Omisure दिया गया है जिससे पता चल सकेगा कि ओमिक्रॉन है या नहीं। बड़ी बात यह है कि इस किट को टाटा मेडिकल द्वारा तैयार किया गया है। ये किट एस-जीन टारगेट फेलियर (SGTF) स्ट्रेटर्जी से ओमिक्रॉन का पता लगाती है।
बताह दें कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता लगाने के लिए एक विशेष किट तैयार की है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस किट के माध्यम से ओमिक्रॉन संक्रमितों का आसानी से पता लगाया जा सकेगा।
विदित हो कि इससे पहले आईसीएमआर (ICMR) के क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र, डिब्रूगढ़ ने एक नई तकनीक को विकसित की है। वैज्ञानिकों के ओमिक्रॉन संक्रमण का पता लगाने के लिए एक रियल टाइम आरटीपीसीआर (RTPCR)और एक किट विकसिक की है। माना जा रहा है कि इस किट के माध्यम से बिना जीनोम सिक्वेंसिंग के भी संक्रमण की आसानी से पहचान की जा सकेगी।
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