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कब्ज से हैं परेशान तो खान-पान पर दें ध्यान, इन 6 फूड्स से तुरंत बना लें दूरी

December 19, 2020

कब्ज एक ऐसी बीमारी है जो अगर लग जाए तो आसानी से पीछा नहीं छोड़ती. यह कई बीमारियों की जड़ भी है. शुरुआत में लोग कब्ज की समस्या को नजरअंदाज कर देते हैं जिसका परिणाम यह होता है कि पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है. कब्ज को संयमित खान-पान, व्यायाम के द्वारा हराया जा सकता है. आज हम आपको उन फूड्स के बारे में बता रहे हैं जो जिनकी वजह से कब्ज होती है.

शराब का सेवन स्वास्थ्य के हानिकारक है. शराब कब्ज का भी कारण बनती है विशेष रूप से जब बड़ी मात्रा में शराब का सेवन किया जाता है, तो डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है. ये प्रभाव कब्ज के जोखिम को बढ़ा सकता है. ये प्रभाव व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं. प्रोसेस्ड अनाज और उनके उत्पाद, जैसे कि सफेद चावल, सफेद पास्ता, और सफेद ब्रेड भी कब्ज का कारण है. इनमें साबुत अनाज की तुलना में कम फाइबर होते हैं, जो आम तौर पर अधिक कब्ज बनाते हैं.

अगर आप रोजाना ज्यादा मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करते हैं तो आपको कब्ज इनसे भी हो सकती है. गाय के दूध में पाए जाने वाले प्रोटीन के प्रति संवेदनशीलता के कारण शिशु, बच्चे और बच्चे विशेष रूप से जोखिम में दिखाई देते हैं. लाल मांस के सेवन से भी कब्ज होती है. यह आमतौर पर वसा में उच्च और फाइबर में कम होता है. यह पोषक तत्व संयोजन कब्ज के जोखिम को बढ़ा सकता है.

कब्ज से बचने के लिए ग्लूटेन वाले फूड्स से परहेज करने की जरूरत है. ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो अनाज में पाया जाता है जैसे कि गेहूं, जौ, राई, स्पेल्ड, कामोट. कुछ लोग कब्ज का अनुभव कर सकते हैं जब वे खाद्य पदार्थ खाते हैं जिसमें लस होता है. यह एक स्थिति है जिसे ग्लूटेन असहिष्णुता या सीलिएक रोग के रूप में जाना जाता है. तले हुए खाना या फास्ट फूड वसा में उच्च और फाइबर में कम होते हैं. यह संयोजन पाचन को धीमा कर सकता है. चिप्स, कुकीज, चॉकलेट और आइसक्रीम जैसे फास्ट फूड स्नैक्स के साथ अधिक फाइबर युक्त स्नैक विकल्पों को बदल सकते हैं. इनकी बजाय आप फल और सब्जियों का सेवन करें.

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