
इंदौर। तेजी से बढ़ते आत्महत्या के मामलों में शहर में एक ऐसी घटना हुई, जिसे सुनकर हर माता-पिता के रोंगटे खड़े हो जाएंगे। गुस्से के तेज एक बच्चे ने मां से मोबाइल मांगा, लेकिन बेटे की परीक्षा होने के चलते मां ने उसे मोबाइल नहीं दिया और काम पर चली गई। जब मां काम से लौटी और घर का दरवाजा खोला तो उसका संसार उजड़ गया। उसका इकलौता बेटा उसके सामने फांसी के फंदे पर लटगा मिला। बेटे की सांसें उखड़ चुकी थीं।
एरोड्रम पुलिस ने बताया कि नगीन नगर के रहने वाले 17 साल के विनय पिता दयाशंकर पाल ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह स्टेशन के पास निजी स्कूल में 11वीं की पढ़ाई कर रहा था। परिजन ने बताया कि विनय की अर्धवार्षिक परीक्षा चल रही थी। कल मां जैसे ही काम पर जाने के लिए निकली तो विनय ने कहा कि वह मोबाइल घर पर रख जाए। इस पर मां ने कहा कि परीक्षा है, मोबाइल तेरे पास रहेगा तो तू पढ़ाई नहीं करेगा। इसके बाद मां काम पर चली गई।
जैसे ही वह शाम को लौटी तो विनय फांसी के फंदे पर लटका मिला। विनय की मां ने शोर मचाया और आसपास के लोगों को इकट्ठा किया, लेकिन तब तक विनय की सांसें उखड़ चुकी थीं। वहीं शिप्रा पुलिस ने बताया कि बृजसिंह पिता भारत निवासी सुल्तानपुरा राजगढ़ के शव का एमवाय अस्पताल में पोस्टमार्टम हो रहा है। वह और उसका साथी रामसिंह पिता देवचंद शिप्रा क्षेत्र में सडक़ हादसे का शिकार हुए थे।
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