
इंदौर के साथ उज्जैन विकास प्राधिकरण ने किया संयुक्त आयोजन
इंदौर। यह पहला मौका है जब इंदौर-उज्जैन (Indore-Ujjain) विकास प्राधिकरण (Development Authority) ने संयुक्त रूप से अपने विशाल होटल (hotels), हॉस्पिटल (hospitals) स्कूल (schools) सहित व्यावसायिक उपयोग के भूखंडों की मार्केटिंग के प्रयास किए, जिसमें सुपर कॉरिडोर (Super Corridor) पर प्राधिकरण के 11 और उज्जैन विकास प्राधिकरण के 22 भूखंडों की जानकारी बिल्डर, कालोनाइजरों, निवेशकों को दी गई, जिसमें प्राधिकरण सीईओ डॉ. परीक्षित झाड़े के साथ उज्जैन के सीईओ संदीप सोनी और मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग के उपसचिव राजेश गुप्ता मौजूद रहे। 5 हजार से लेकर 5 लाख स्क्वेयर फीट से अधिक क्षेत्रफल के इन भूखंडों की मार्केटिंग की जा रही है और प्री-बीड के तहत यह बैठक आयोजित की गई, मगर आईडीए इस बैठक के प्रचार-प्रसार में फिसड्डी साबित हुआ।
इंदौर विकास प्राधिकरण ने पिछले दिनों सुपर कॉरिडोर की योजना 151 और 169 बी में मौजूद 11 व्यावसायिक भूखंडों के टेंडर जारी किए हैं। इन भूखंडों का उपयोग होटल के साथ-साथ अन्य वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। 1 लाख स्क्वेयर फीट और उससे अधिक क्षेत्रफल के ये भूखंड हैं। कल होटल मैरिएट में दोनों प्राधिकरणों ने संयुक्त रूप से अपने विशाल भूखंडों को बेचने के लिए प्री-बीड रखी, जिसमें उज्जैन सहित इंदौर के भी बिल्डर, कॉलोनइजर, इन्वेस्टर्स या डवलपर मौजूद रहे। इनमें बीसीएम समूह के राजेश मेहता, शहर के शॉपिंग, मॉल और होटल व्यवसायी व अन्य बड़े प्रोजेक्टों से जुड़े पिंटू छाबड़ा सहित अन्य मौजूद रहे। उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने बताया कि उज्जैन में लगातार निवेशक आ रहे हैं और उद्योगों के साथ-साथ होटल सहित अन्य व्यावसायिक गतिविधियां भी आ रही है। उज्जैन विकास प्राधिकरण ने क्षिप्रा विहार वाणिज्यिक परिसर विकसित किया, जिसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ही 100 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की है, जिसमें 45 मीटर तक चौड़ी सडक़ों के साथ अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिफिकेशन, जलप्रदाय, सीवरेज के साथ-साथ अत्याधुनिक स्ट्रीट लाइट, फुटपाथ, डिवाइडर और गार्डनों को विकसित किया है और यह क्षेत्र इंदौर और देवास रोड के बीच मौजूद है, जहां पर 5 लाख स्क्वेयर फीट तक के विशाल भूखंड भी उपलब्ध हैं, जिनका आरक्षित मूल्य 200 करोड़ रुपए से अधिक है। इसी तरह त्रिवेणी विहार में भी तीन वाणिज्यिक भूखंड स्कूल, हेल्थ सेंटर सहित अन्य उपयोग के उपलब्ध हैं, तो गुलमोहर योजना में वाणिज्यिक सआवासीय उपयोग के 5 भूखंड टेंडर के जरिए बेचे जा रहे हैं, जो 5 हजार स्क्वेयर फीट से लेकर क्षेत्रफल के हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि इस महत्वपूर्ण आयोजन की जानकारी इंदौर विकास प्राधिकरण ने मीडिया को ही नहीं दी, जबकि बेची जाने वाली सम्पत्तियों का प्रचार-प्रसार ही किया जाना था।
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