
किसान बोले हमें 6 महीने की नुकसानी ही नहीं दी, अब तो खेत पर फसल लग गई
इन्दौर। आउटर रिंग रोड (outer ring road) के लिए एक बार फिर नेशनल हाईवे (National Highway) के द्वारा किसानों (farmers) की जमीन का कब्जा लेने का काम शुरू कर दिया गया है। इस कार्रवाई का जोरदार विरोध करते हुए किसानों ने अधिकारियों की टीम को बैरंग वापस भेज दिया। किसानों का कहना है कि हमें पिछले 6 महीने का मुआवजा नहीं मिला है। अब हमने अपने खेत पर फसल बो दी है। ऐसे में हम अभी कब्जा नहीं दे सकते।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा आउटर रिंग रोड का निर्माण किया जाना है। इसके लिए भूमि के अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी कर ली गई है। इस कार्रवाई के अनुसार किसानों को मुआवजा देने का कार्य भी कर लिया गया है। कल नेशनल हाईवे के अधिकारियों का एक दल ग्राम बरलाई जागीर में किसानों की जमीन का कब्जा लेने के लिए पहुंचा। जैसे ही यह दल पहुंचा वैसे ही किसानों ने एकत्र होकर उनकी जमीन छीन जाने का विरोध किया। किसानों ने कहा कि नेशनल हाईवे के द्वारा उन्हें 6 माह पहले तक का मुआवजा दिया गया है। पिछले 6 महीने का खेत की नुकसानी का पैसा उन्हें नहीं मिला है। ऐसे में उनके द्वारा जमीन का कब्जा नहीं दिया जा सकता है। नेशनल हाईवे के अधिकारियों ने कहा कि हम अगले 8 दिन में 6 महीने के नुकसान का पैसा दे देंगे। इस पर किसानों का कहना था कि जब पैसा दे दो, तो उसके बाद जमीन लेने आना। इसके साथ ही किसानों का यह भी कहना था कि नेशनल हाईवे के द्वारा अभी तक जमीन नहीं लिए जाने के कारण उन्होंने जमीन पर फसल बो दी है। अधिकांश किसानों के द्वारा गेहूं की फसल बोई गई है। अब यह फसल तैयार होने की तरफ बढ़ रही है। इसके साथ ही कई खेतों में लहसुन की फसल भी लगाई हुई है। किसानों ने कहा कि अभी जो हमने फसल बोई है, उसका भी नुकसानी का पैसा हमें मिलना चाहिए। कल जब अधिकारी जमीन पर कब्जा लेने की कोशिश कर रहे थे, तो किसानों के जोरदार विरोध के चलते हुए कोई कार्रवाई नहीं कर सके। इस दौरान किसानों के द्वारा क्षेत्र के विधायक और प्रदेश सरकार के मंत्री तुलसीराम सिलावट को भी फोन लगाकर अपनी शिकायत बताई गई। इस पर सिलावट के द्वारा भी नेशनल हाईवे के अधिकारियों को अभी कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए कहा गया। इसके परिणाम स्वरूप जमीन का कब्जा लेने गई टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा।