
देर रात को लसूडिय़ा इलाके में भीषण सडक़ हादसा, प्रेस्टीज कॉलेज के तीन छात्र हादसे का शिकार
इन्दौर। इंदौर (Indore) में पढ़ाई (studies) करने के लिए आए खंडवा (Khandva) जिले के रहने वाले तीन छात्रों कोरफ्तार से दौड़ रही स्कार्पियो (Scorpio) गाड़ी ने इतनी जोरदार टक्कर मारी कि हादसे में दो छात्रों की मौत हो गई, जबकि तीसरे का अस्पताल में इलाज जारी है। जिस स्कार्पियो कार से हादसा हुआ वह नई गाड़ी थी। उसके बोनट पर लगी माला और रिबन भी नहीं निकली थीं और उसने दो की जान ले ली।

लसूडिय़ा पुलिस ने बताया कि लाइफ केयर अस्पताल के पास हादसा हुआ। नक्षत्र चौराहे से रफ्तार से दौड़ती हुई एक कार रात करीब 2 बजे यहां से गुजर रही थी। तभी अस्पताल के पास स्थित पेट्रोल पंप के सामने बने डिवाइडर के कट से तीन बाइक सवार मुड़े तो कार ने उन्हें टक्कर मारी और घसीटते हुए ले गई। तीनों युवकों की बाइक कार में फंस गई और तीन युवक सडक़ पर खून से लथपथ पड़े थे। घटना के बाद कार में सवार चार युवक कार से उतरे और भाग गए। काफी देर तक तीनों युवक मौके पर ही पड़े रहे। बाद में जैसे ही पुलिस पहुंची तो तीनों को अस्पताल के अंदर करवाया, जहां दो को मृत बता दिया गया, जबकि एक का इलाज चालू किया। मृतकों की पहचान कृष्णपालसिंह तंवर और आयुष राठौर के रूप में हुई। वहीं घायल की पहचान श्रेयांश राठौर के रूप में हुई। आयुष और श्रेयांश कजिन भाई थे। वे खंडवा जिले के मंूदी के रहने वाले थे। आयुष के पिता वहां के पार्षद भी हैं। वह प्रेस्टीज कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। वहीं कृष्णपाल खंडवा जिले के छंगावा गांव का रहने वाला था। वह भी प्रेस्टीज कॉलेज का बीटेक का छात्र था, जबकि घायल श्रेयांश लॉ का छात्र है। तीनों के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। वहीं टक्कर मारने वाली कार के नंबर के आधार पर उसके चालक और मालिक के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
पहले भी छात्र हो चुके हादसे का शिकार…
शहर में बाहर से पढऩे आने वाले छात्र इस तरह कई बार सडक़ हादसों का शिकार हो चुके है। तीन माह पहले भी प्रेस्टीज कॉलेज के दो छात्रों की शहर में पूर्वी इलाके में हुए हादसे में मौत हो चुकी थी। तेजाजी नगर इलाके में भी रात को इसी तरह हादसा हुआ था और छात्रों की मौत हो चुकी थी। रात को होने वाले हादसों का हॉट स्पॉट बायपास भी बना हुआ है। किशनगंज टोल नाके से लेकर तेजाजी नगर ब्रिज सहित डी-मार्ट का इलाका और कनाडिय़ा ब्रिज के आसपास इस तरह के हादसे ज्यादा होते है। ट्रैफिक पुलिस और इंदौर पुलिस इन हादसों को रोकने के लिए कई बार प्रयास भी कर चुकी हैं, लेकिन ये हादसे कम होने का नाम नही ले रहे हैं।
आधे घंटे तक युवक सडक़ पर पड़े रहे अस्पताल वालों ने मानवता नहीं दिखाई
बताया जा रहा है कि हादसे के बाद करीब आधे घंटे तक तीनों सडक़ पर पड़े थे। तीनों खून से लथपथ थे। राहगीरों की भीड़ जमा हुई तो उन्होंने लाइफ केयर अस्पताल वालों को तीनों को इलाज के लिए अस्पताल के अंदर लेने का कहा, लेकिन अस्पताल वाले पुलिस का रास्ता देखते रहे। बाद में पुलिस का गश्ती दल मौके पर पहुंचा और फिर उन्होंने अस्पताल वालों को लताड़ लगाई, तब जाकर तीनों को उन्होंने अंदर लिया, तब तक दो की मौत हो चुकी थी।
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