
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र (Public Sector) की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) (Indian Oil Corporation (IOC)) ने पहली तिमाही (अप्रैल-जून) (First quarter (April-June)) के नतीजे का ऐलान कर दिया है। वित्त वर्ष 2022-23 की जून तिमाही में आईओसी को 1,992.53 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा (Net loss of Rs 1,992.53 crore) हुआ है। हालांकि, इससे पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी को 5,941.37 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
आईओसी ने शुक्रवार को शेयर बाजार को भेजी सूचना में बताया कि जून तिमाही में कंपनी को 1,992.53 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी को 5,941.37 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। आईओसी के मुताबिक कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी के बावजूद पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतों को यथावत रखने के कारण कंपनी को घाटा हुआ है।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस एवं विपणन कंपनी को पिछले दो वित्त वर्ष में पहली बार किसी तिमाही में इतना घाटा हुआ है। इससे पहले कंपनी को वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में माल भंडार पर हुए नुकसान की वजह से घाटा हुआ था। दरअसल, खुदरा तेल विक्रेता कंपनी आईओसी, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने कच्चे तेल के भाव में उछाल के बावजूद जून तिमाही के दौरान पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे इन कंपनियों के रिफाइनिंग मार्जिन पर असर पड़ा है। (एजेंसी, हि.स.)
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