
नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और केंद्र सरकार (Central Government) पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें लोकतंत्र (Democracy) और संविधान (Constitution) के लिए सबसे बड़ा ख़तरा बताया. संसद, चुनाव आयोग, अभिव्यक्ति की आजादी, मीडिया और न्याय व्यवस्था को लेकर खरगे ने गंभीर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि आज देश में “अघोषित आपातकाल” (Undeclared Emergency) लागू है, जहां सत्ता पक्ष संविधान की आत्मा को कुचलने में लगा है. पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए खरगे बोले – “संविधान बचाने वाले देश के लोग और कांग्रेस पार्टी हैं, ना कि वे लोग जो बाबा साहेब के बनाए संविधान को जलाते रहे हैं.”
खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि आपातकाल के पचास साल पूरे होने पर देश में “संविधान हत्या दिवस” मनाया जाए, लेकिन सच्चाई ये है कि असली संविधान का संकट आज मोदी शासन में है. उन्होंने कहा कि सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर दिया है, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचला जा रहा है और लोकतंत्र की आत्मा को मारने की कोशिश हो रही है.
खरगे ने चुनाव प्रक्रिया पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अब निष्पक्ष संस्था नहीं रह गई, बल्कि “कठपुतली” बन चुकी है. उनका आरोप था कि “आज चुनाव मोदी नहीं जीतते, मशीन जीतती है.” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि कुछ ही महीनों में महाराष्ट्र जैसे राज्य में वोटरों की संख्या अचानक 8 प्रतिशत कैसे बढ़ गई?
खरगे ने मोदी सरकार पर असहिष्णु होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब सरकार के खिलाफ बोलना “देशद्रोह” बन चुका है. छात्रों को जेल में डाला जा रहा है, पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा रहा है. उन्होंने कहा, “जिस सरकार में सहिष्णुता नहीं है, वह हमें लोकतंत्र और संविधान का उपदेश न दे.”
खरगे ने पीएम मोदी की विदेश नीति और आत्मप्रशंसा पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि ट्रंप बार-बार कह चुके हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की, लेकिन मोदी सरकार ने कभी कोई जवाब नहीं दिया. “जब ट्रंप जैसे नेता भारत को डरा रहे हैं, तो फिर किस बात के विश्वगुरु बनते हो?” खरगे ने कहा कि जिन लोगों का आजादी की लड़ाई और संविधान निर्माण में कोई योगदान नहीं रहा, वे आज आपातकाल की दुहाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा, “रामलीला मैदान में संविधान जलाने वालों, गांधी-नेहरू-अंबेडकर के पुतले फूंकने वालों को आज संविधान की बात करते देखना दुखद है.”
खरगे ने आर्थिक असमानता पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश के गरीबों को और गरीब बना दिया और अमीरों को और अमीर. कांग्रेस की “संविधान बचाओ यात्रा” से बीजेपी घबरा गई है, इसी डर से आपातकाल की बात छेड़ रही है. खरगे ने हालिया पहलगाम आतंकी हमले और मणिपुर हिंसा पर सरकार की चुप्पी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की, लेकिन पीएम मोदी चुनाव प्रचार में लगे रहे. उन्होंने तंज कसते हुए पूछा- “मणिपुर के लोग क्या इस देश के नागरिक नहीं हैं?”
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