
इंदौर,संजीव मालवीय। जोबट विधानसभा (Jobat Assembly) को कांग्रेस (Congress) के कब्जे से छीनकर अपनी झोली में डालना भाजपा (BJP) के लिए मुश्किल साबित होगा। 2013 में यह सीट भाजपा (BJP) के पास थी, लेकिन आपसी खींचतान के चलते 2018 में कांग्रेस की कलावती भूरिया (Kalawati Bhuriya) ने उसे छीन लिया था और उनके निधन के बाद अब उपचुनाव (By-Election) हो रहे हैं। स्थानीय लोग महंगाई और नेताओं के आश्वासन को लेकर नाराज हैं।
इंदौर संभाग (Indore Dicvision) के आलीराजपुर जिले (Alirajpur District) की जोबट विधानसभा (Jobat Assembly) सीट कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया (Congress MLA Kalawati Bhuriya) के निधन के बाद खाली हुई है। तभी से इस सीट को लेकर कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) के दावेदार अपने-अपने स्तर पर तैयारी कर रहे थे। चूंकि अब उपचुनाव की तारीख घोषित हो चुकी है और 8 अक्टूबर तक नामांकन पत्र जमा करना है, इसलिए दावेदारों ने उठापटक शुरू कर दी है। भाजपा में सबसे अधिक दावेदार हैं और सभी इस बार जीत का दावा कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार अगर इस सीट को जीतना है तो किसी युवा को टिकट देकर सामने लाना होगा, क्योंकि जितने भी पुराने नेता रहे हैं वे अब स्थानीय समस्याओं पर ध्यान न देकर आलीराजपुर से भोपाल तक की राजनीति ही कर रहे हैं। उनका स्थानीय मुद्दों से कोई सरोकार नहीं है। भाजपा में मुकामसिंह डावर, माधवसिंह डावर, नागरसिंह चौहान, अनीता चौहान, दीपक चौहान और कलरसिंह कलेश जैसे नेता अपनी दावेदारी कर रहे हैं। सभी के अपने-अपने दावे हैं, लेकिन मुकामसिंह और माधवसिंह के साथ-साथ नागरसिंह यहां के लोगों की पसंद हैं। वहीं नागरसिंह (Nagar Singh) की पत्नी अनीता को भी टिकट मिलता है तो वे भी कांग्रेस के उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दे सकती हैं। हालांकि कल यहां प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव पहुंच रहे हैं और वे संगठन के नेताओं से उम्मीदवारों को लेकर चर्चा कर सकते हैं। इनमें से किसका टिकट तय होगा यह तो भाजपा की चुनाव समिति तय करेगी, लेकिन इनमें से चुनना भी भाजपा के लिए कड़ी चुनौती साबित होगा। सभी दावेदारों के जीत के अपने दावे हैं और कहा जा रहा है कि इस बार युवा मतदाता ही जोबट सीट पर निर्णायक साबित होगा। ऐसे में भाजपा को किसी युवा चेहरे पर ही दांव लगाना होगा।
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