
नई दिल्ली । कुवैत के शासक (ruler of kuwait)अमीर शेख नवाफ अल अहमद अल सबा का 86 वर्ष की उम्र में निधन (death)हो गया। तीन साल का उनका शासन देश के अंदरूनी राजनीतिक विवाद (political controversy)का समाधान (Solution)करने के प्रयास पर केंद्रित रहा। सरकारी टेलीविजन कुवैत टीवी ने अमीर के निधन की घोषणा की। एक शीर्ष अधिकारी ने संक्षिप्त बयान पढ़कर सुनाया, ‘‘उदास मन और बड़े दुख के साथ हम कुवैत के लोग, अरब और इस्लामिक जगत तथा दुनिया के मैत्रीपूर्ण लोग महामहिम शेख नवाफ अल अहमद अल सबा के निधन पर शोक मनाते हैं। वह आज चल बसे।” हालांकि, प्रशासन ने उनके निधन की वजह नहीं बताई है।
कुवैत के उपशासक एवं शेख नवाफ के सौतेले भाई शेख मिशाल अल अहमद अल जाबिर (83) दुनिया के सबसे अधिक उम्र के राजवंशीय राजकुमार समझे जाते हैं। वही फिलहाल कुवैत के अगले शासक बनने की कतार में हैं। वह अरब देशों के 80 साल से अधिक उम्र के नेताओं एक हैं। नवंबर के आखिर में शेख नवाफ को किसी अज्ञात बीमारी को लेकर अस्पताल भर्ती कराया गया था। तब से तेल समृद्ध यह छोटा देश उनके स्वास्थ्य के बारे में खबर का इंतजार कर रहा था।
सरकारी टेलीविजन ने पहले खबर दी थी कि मार्च 2021 में किसी अज्ञात स्वास्थ्य जांच के लिए वह अमेरिका गए थे। कुवैत के नेताओं का स्वास्थ्य इस पश्चिम एशियाई देश में संवदेनशील मामला बना रहता है। इस देश की सीमा इराक और सऊदी अरब से सटी हुई है। शेख नवाफ को उनके पूर्ववर्ती शेख सबा अल अहमद अल सबा के निधन के बाद 2020 में अमीर की गद्दी मिली थी।
शेख सबा अपनी कूटनीति और शांतिप्रयासों के लिए जाने जाते थे और उनके निधन को लेकर पूरे क्षेत्र में संवेदना महसूस की गई थी। शेख नवाफ ने कुवैत के गृह मंत्री एवं रक्षा मंत्री के तौर अपनी सेवा दी थी। वह मंत्री के रूप में इन अल्पकालिक कार्यकाल के अलावा सरकार में खास सक्रिय नहीं देखे गए। वह अमीर के लिए काफी हद तक गैर विवादास्पद पंसद थे लेकिन बढ़ती उम्र के चलते यह संकेत मिल गया था कि उनका कार्यकाल छोटा होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख नवाफ अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निधन पर शोक जताया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “महामहिम शेख नवाफ अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। हम शाही परिवार, नेतृत्व और कुवैत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।”
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा, ‘‘महामहिम ब्रिटेन के मित्र थे और हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए एवं पश्चिम एशिया में स्थायित्व को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने जो कुछ किया, उसके लिये हम उन्हें याद करेंगे।” कुवैत की जनसंख्या 40 लाख है, और वह अमेरिकी प्रांत न्यूजर्सी से भी छोटा है। लेकिन वहां दुनिया के तेल भंडार का छठा हिस्सा है।
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