
जबलपुर। शहर में अपराधों का बढ़ता ग्राफ पहले ही चिंताजनक था, लेकिन पिछले कुछ दिनों में सामने आई घटनाओं ने पुलिस को नई चुनौती के सामने खड़ा कर दिया है। अब तक खुद को पीडि़त पक्ष के रूप में दिखने वाली कई महिलाएं और युवतियां संगठित अपराध की दुनिया में सक्रिय होती दिख रही हैं। अपहरण, मादक पदार्थों की तस्करी, हमले, धमकियां और सोशल मीडिया पर डर फैलाने जैसी वारदातों ने पुलिस के रिकॉर्ड में महिलाओं की संख्या तेजी से बढ़ा दी है।
महिलाओं का बढ़ता अपराध नेटवर्क
पिछले सप्ताह में हुए कई मामलों ने संकेत दिया है कि शहर में महिला समूह न सिर्फ अपराध कर रहे हैं बल्कि उसे योजना बनाकर अंजाम दे रहे हैं। कुछ युवतियां सोशल मीडिया के जरिए अपनी गैंग चलाती हैं, धमकी भरे वीडियो पोस्ट करती हैं और विरोधियों को सड़कों पर पीटकर उसकी रिकॉर्डिंग वायरल कर देती हैं।
मादक पदार्थों की तस्करी में सक्रियता
हाल के दिनों में कई युवतियों को नशे की आपूर्ति करते हुए पकड़ा गया। पुलिस का कहना है कि ये मामले अचानक उभरकर नहीं आए हैं, बल्कि लंबे समय से चल रहे नेटवर्क के हिस्से हैं। गिरफ्तार युवतियों के फोन और नेटवर्क की जांच में कई चौंकाने वाले नाम सामने आए हैं। हनुमानताल थाने का मामला ताजा उदाहरण है।
अपहरण और हमले का बन रहा नया ट्रेंड
कुछ युवतियां झगड़े और बदले की भावना से अपहरण कर मारपीट करने तक पहुँच चुकी हैं। शहर में दो से तीन ऐसी घटनाएँ दर्ज हुईं जिनमें युवतियों ने आपसी रंजिश के चलते विरोधी महिलाओं को रास्ते में रोककर हमला किया, मोबाइल छीनकर तोड़ा, धमकाया और पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
रेलवे और शहर की सीमाओं पर तस्करी के मामले
एक अन्य कार्रवाई में रेलवे स्टेशन पर दो युवतियाँ पकड़ी गईं जिनके पास भारी मात्रा में प्रतिबंधित पदार्थ मिला। जांच में यह सामने आया कि वे लंबे समय से ट्रेन रूट का इस्तेमाल कर तस्करी कर रही थीं।
क्यों बढ़ रहा महिलाओं का अपराधों में कदम?
पुलिस और समाजशास्त्रियों का मानना है कि कई कारण इस बढ़ती प्रवृत्ति के पीछे काम कर रहे हैं। आर्थिक दबाव और बेरोजगारी, घरेलू विवाद और मानसिक तनाव, नशे की लत, सोशल मीडिया का दुष्प्रभाव, त्वरित पैसा और प्रभाव हासिल करने की चाह आदि कई मामलों में पता चला कि अपराध करने वाली युवतियां खुद भी हिंसा या उपेक्षा का शिकार रही थीं, जिससे उनका व्यवहार समय के साथ आक्रामक और आपराधिक दिशा में मुड़ गया।
पुलिस की रणनीति:कड़ी निगरानी और त्वरित कार्रवाई
शहर पुलिस ने अब महिलाओं के खिलाफ दर्ज गंभीर मामलों पर विशेष निगरानी शुरू कर दी है। स्टेशन इंचार्जों को निर्देश दिया गया है कि महिला अपराधियों की गतिविधियों पर लगातार नजऱ रखें और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की हर सूचना पर तुरंत कार्रवाई करें।
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