
इंदौर। एक मेडिकल स्टोर (medical store) संचालक (operator) के साथ ठग ने पुलिसवाला बनकर ऑनलाइन ठगी (online fraud) की। देपालपुर में जितेंद्र पिता बाबूलाल जैन मेडिकल स्टोर चलाते हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को शिकायत की कि परसों शाम को उनके पास एक शख्स का फोन आया। फोन लगाने वाले ने कहा कि वह देपालपुर थाने से पुलिसकर्मी रमेश पटेल बोल रहा है।
दवाइयों की एक लिस्ट वॉट्सऐप कर ठग ने जैन को झांसे में लिया और उनसे पूछा कि इनका कितना बिल हुआ। इस पर जैन ने कहा कि साढ़े ग्यारह सौ। कुछ देर बाद ठग ने जैन को 10 हजार रुपए ट्रांसफर करने का मैसेज भेजा और कहा कि गलती से ज्यादा रुपए खाते में डल गए हंै। दवाइयों के पैसे काटकर बाकी का पेमेंट वापस भेज दें। जैन उसकी बातों में आ गए और साढ़े ग्यारह सौ रुपए काटकर बचा पेमेंट वापस कर दिया। बाद में खाता चेक किया तो पता चला कि जो मैसेज ठग ने भेजा था वह फ्रॉड है। खाते में रुपए आए ही नहीं थे। जैन ने देपालपुर थाने में पता किया तो पता चला कि यहां रमेश पटेल नाम का कोई पुलिसकर्मी है ही नहीं। जैन ने मामले की शिकायत देपालपुर पुलिस सहित साइबर सेल में भी की है। ठगी का इस तरह का यह पहला मामला है, जब किसी व्यापारी को ठग ने पुलिस बनकर ठगा है। फिलहाल साइबर सेल की टीमें भी आरोपी की तलाश में लगी हैं, क्योंकि उसने पुलिस का नाम बदनाम किया है।
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