
भोपाल। प्रदेश में नई तबादला नीति (New Transfer Policy) के तहत 1 से 31 जुलाई तक तबादलों से प्रतिबंध हट गया है। तबादला करने में उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) ने जल्दबाजी दिखाई है। उच्च शिक्षा विभाग ने विभागीय मंत्री की अनुपस्थिति में ही 24 प्रोफेसर एवं सहायक प्रोफेसरों (Professors and Assistant Professors) के तबादला आदेश जारी कर दिए हैं। जबकि तबादलों के लिए विधिवत रूप से मंत्री का अनुमोदन लेना होना है। उच्च शिक्षा विभाग ने 1 जुलाई का तबादला सूची जारी की है, जबकि इस दिन मंत्री मोहन यादव (Minister Mohan Yadav) दिल्ली में थे।
विभागीय सूत्रों के अनुसार प्रोफेसरों की सूची लंबे समय से लंबित थी। मुख्यमंत्री समन्वय ने भी तबादला सूची को मंजूरी नहीं दी थी। ऐसे में तबादला नीति आने के बाद और प्रतिबंध हटने से पहले ही तबादलों की औपचारिका पूरी कर ली गई थी। दिल्ली जाने से पहले ही मंत्री ने तबादला सूची को अनुमोदिन कर दिया था। हालांकि यह पूरी प्रक्रिया बैकडेट यानी 1 जुलाई से पहले की जा चुकी थी। प्रतिबंध हटने की अवधि शुरू होते ही विभाग की उप सचिव श्वेता पंवार के हस्ताक्षर से तबादला सूची जारी कर दी गई थी।
सीएम की बैठक में नहीं आए मंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 30 जून को ही मंत्रियों को जिलों का प्रभार सौंपा था। इसके अगले दिन मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को अपने निवास पर रात्रि भोज पर बुलाया। इस बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव दिल्ली में होने की वजह से शामिल नहीं हुए, लेकिन दिल्ली में रहकर यादव ने तबादला सूची जारी करवा दी। जबकि मुख्यमंत्री ने रात्रि भोज पर मंत्रियों केा तबादलों में पारदर्शिता बरतने के निर्देश ही दिए हैं।
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