
इंदौर। लोकायुक्त पुलिस (Lokayukt Police) यूं तो हर साल कई विभागों में भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करती है, लेकिन हर बार सबसे अधिक पटवारी (Patwari) ही रिश्वत लेते पकड़े जाते हैं। इस साल के नौ माह में अब तक आधा दर्जन पटवारी (Patwari) रिश्वत लेते पकड़े गए हैं। कल फिर एक पटवारी (Patwari) को पकड़ा गया।
कल लोकायुक्त पुलिस (Lokayukt Police) ने राऊ (Rau) के पटवारी अमरसिंह (Patwari Amar Singh) को 20 हजार और सहाकारी विभाग के संतोष जोशी को 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा। दो दिन पहले भी बुरहानपुर में लोकायुक्त पुलिस (Lokayukt Police) ने दो भ्रष्ट अफसरों को पकड़ा है। सालभर यह कार्रवाई चलती है और कई विभागों के अफसरों के यहां छापे और ट्रैप की कार्रवाई की गई है। इस साल की बात करें तो अब तक लोकायुक्त पुलिस आधा दर्जन पटवारियों को ट्रैप कर चुकी है। यह भ्रष्टाचार का नंबर एक मॉडल है। हर साल आठ से दस पटवारी रिश्वत लेते पकड़े जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी यह सिलसिला जारी है। इसके अलावा पंचायत और पुलिस के लोगों के साथ नगर निगम के भ्रष्ट अधिकारी इस बार सबसे अधिक पकड़े गए हैं, लेकिन पिछले पांच साल में सबसे अधिक पटवारी ही रिश्वत के मामले में पकड़े गए हैं। एक पटवारी को ईओडब्ल्यू (EOW) ने भी पकड़ा था और बाद में उसकी संपत्ति की भी जांच शुरू की थी। उसकी करोड़ों की संपत्ति सामने आई थी। इस मामले में चालान पेश करने की तैयारी है।
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