
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का एक दिवसीय सत्र कोरोना महामारी के साये में सोमवार सुबह शुरू हुआ। सत्र में भाग लेने के लिए विधानसभा पहुंचने के पूर्व मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्यमंत्री समेत सभी विधायकों की जांच की गई और हाथ सैनिटाइज कराने के बाद उन्हें प्रवेश दिया गया। सदन में सबसे पहले दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिसके बाद अध्यक्ष ने 5 मिनट का स्थगन करते हुए सत्र स्थगित कर दिया।
स्थगन के बाद जब सदन दोबारा समवेत हुआ, तो सबसे पहले संसदीय कार्य मंत्री ने आदेशों पत्रों को पटल पर रखा। अध्यक्ष ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने वाले विधायकों, सदस्यों की सूचना सदन को दी। वित्त मंत्री की अनुपस्थिति में संसदीय कार्य मंत्री ने उनका कार्य संपादित किया। सबसे पहले धन विनियोग विधेयक सदन में प्रस्तुत किया गया। इस पर कांग्रेस ने चर्चा कराने की मांग की, लेकिन सरकार ने मना कर दिया। इसके बाद मध्यप्रदेश विनियोग विधेयक 2020 पारित हो गया। संसदीय कार्य मंत्री ने समस्त विभागों की अनुदान मांगों का प्रस्ताव एक साथ प्रस्तुत किया। इस पर कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक गोविंद सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने चर्चा कराने का अनुरोध किया। जिसके जवाब में संसदीय कार्य मंत्री ने सर्वदलीय बैठक का उल्लेख किया।