
राजगढ़. बेटी (Daughter) में बाप (Father) की जान बसती है और बेटी पर कुछ आंच आए तो बाप को नागवार गुजरता है.कुछ ऐसा ही वाक्या मध्यप्रदेश (MP) में राजगढ़ (Rajgarh) जिले के भोजपुर कस्बे में उस समय घटित हुआ जब मायके में रह रही एक महिला को उसके पति ने डाक के जरिए तलाकनामे (divorce notice) का नोटिस भेजा . इस नोटिस को देखकर महिला के पिता को सदमा लगा. 15 से 20 मिनिट में पिता को हार्ट अटैक आया और उनके प्राण पखेरू उड़ गए.
तलाकनामे के नोटिस देखते ही लगा सदमा
अब बेटी सदमें में है और अपने पिता की मौत का जिम्मेदार अपने पति सद्दाम को ठहरा रही है. बताया जा रहा है कि राजगढ़ जिले के भोजपुर में महिला शाइन मंसूरी को राजस्थान के छीपाबड़ोद निवासी पति सद्दाम द्वारा तलाक का प्रथम नोटिस भेजा गया था. जैसे ही पोस्टमैन ने इस तलाकनामे के नोटिस को बेटी के पिता सलीम को दिया तो वे एकाएक सदमे में आ गए. कुछ पल ठहरने के बाद वह घबराते हुए खिलचीपुर स्थित एडवोकेट दिनेश पंचोली के पास पहुंचे और वहां पर नोटिस के बारे में चर्चा की एवं कानूनी सलाह ली. उसके बाद शाइन के पिता सलीम खिलचीपुर से वापस अपने घर भोजपुर पहुंचे, जहां पर करीब 15 से 20 मिनट बाद उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई.
15 से 20 मिनिट में हो गई मौत
इस मामले में शाइन ने बताया कि तलाक का नोटिस मिलते ही मेरे पापा को सदमा लगा. उसके बाद वह खिलचीपुर में वकील साहब के पास गए. वहां से आकर घर पर कुछ देर के लिए रुके. उन्हें हार्ट अटैक आया और 15 से 20 मिनिट के बाद उनकी मौत हो गई. इस बीच हम उन्हें डॉक्टर के पास लेकर भी पहुंचे लेकिन उन्होनें भी मृत घोषित कर दिया.
मार पीट, तेजाब से जलाने की कोशिश
तलाक के नोटिस में पति ने लिखा था कि- मैं सद्दाम मंसूरी निवासी राजस्थान छीपाबड़ौद, खुदा को हाजिर-नाजिर मानकर मुस्लिम शरीयत के अनुसार अपनी पत्नी शाइन मंसूरी निवासी भोजपुर को प्रथम तलाक देता हूं. यह तलाक पत्र नोटिस के रूप में 24 अक्टूबर को डाकिए के जरिए महिला के घर पहुंचा तो शाइन के पैरों तले जमीन खिसक गई. पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 11 फरवरी 2021 को राजस्थान के छीपाबड़ौद निवासी 25 साल के सद्दाम मंसूरी के साथ मुस्लिम रीति पद्धति से हुई थी. विवाह के दो साल तक सब ठीक चलता रहा, लेकिन उसके बाद पिछले दो सालों से पति का व्यवहार बदलने लगा और वो मुझ पर शक करने लगे. यहां तक कि मुझसे मारपीट भी करने लगे. कई बार ताले में बंद करके रखा, किसी से बात नहीं करने देते थे. यहां तक कि मायके वालों से भी बात नहीं करने दी जाती थी. पीड़िता ने बताया कि कई बार मेरे पति ने मुझे तेजाब से जलाने की धमकी भी दी.
4 माह पहले पति ने घर से निकाला
दोनों का एक 2 साल का बेटा है. पीड़िता ने बताया कि करीब 4 माह पहले उसके पति ने उसे घर से निकाल दिया था. इसके बाद से वह अपने पिता के घर भोजपुर में रह रही है, जहां पर तलाक का प्रथम नोटिस आया था.
पीड़िता की मां सन्नू मंसूरी ने बताया कि उनके पति तलाक का नोटिस मिलने पर टेंशन में आ गए थे. कहने लगे कि मेरी बेटी का क्या होगा, उसने यह कैसे किया. इस सदमें में उनकी जान चली गई. वहीं चचेरे भाई शरीफ मंसूरी ने बताया कि मैं शाईन का चचेरा भाई हूं. तलाक का नोटिस आने के बाद चाचा को सदमा लगा. नोटिस की जानकारी परिवार जनों के साथ ग्रामीणों को भी दी. खिलचीपुर में वकील साहब से मिलने के बाद वह घर पर आए जहां पर गिर पड़े और उनकी मौत हो गई. पुलिस में शाइन के एक आवेदन दिया था जिस पर संज्ञान में लेकर उसके पति एवं ससुर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना एवं धर्महिंसा की धाराएं लगाई हैं.
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