
जसपुर। उत्तराखंड (Uttarakhand) के उधम सिंह नगर जिले (Udham Singh Nagar district) में निर्भया जैसी घटना सामने आई है। हैवानों ने बच्ची से दरिंदगी की हदें पार कर दी। बच्ची प्रसाद लेने मंदिर गई थी, उसके बाद नहीं लौटी। बच्ची का शव घर से 50 मीटर दूर गन्ने के खेत से मिला। बच्ची के प्राइवेट पार्ट से खून आ रहा था। मुंह से झाग निकल रहा था और हाथ भी टूटा हुआ था। इलाके में घटना को लेकर आक्रोश है। लोगों ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी से पहले शव उठाने नहीं दिया।
मामला उधम सिंह नगर जिले के जसपुर (Jaspur) का है। मंगलवार को 14 साल की मासूम की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। ग्रामीणों ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अस्पताल से शव नहीं उठने दिया। इसके बाद हाईवे पर जाम लगा दिया।
बच्ची से दरिंदगी की हदें पार
विधायक आदेश चौहान ने कहा कि किशोरी की हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म करने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। किशोरी के हत्यारों को जल्द पकड़वाया जाएगा। ईएमओ आशु सिंघल ने कहा कि किशोरी के शरीर में धारदार हथियार के निशान थे, मुंह से झाग आ रहे थे। प्राइवेट पार्ट खून से सना था। हाथ टूटा हुआ था।
मंदिर में प्रसाद लेने गई थी बच्ची
जसपुर के एक गांव मे 14 साल की किशोरी दोपहर को एक धार्मिक स्थल पर प्रसाद लेने के लिए गई थी, लेकिन वह चार बजे तक घर नहीं लौटी। इसी समय किसी ग्रामीण ने गन्ने के खेत में एक शव पड़े होने की सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को सरकारी अस्पताल पहुंचाया।
ग्रामीणों का हंगामा
पीछे-पीछे ग्रामीण भी अस्पताल पहुंच गए। और शव पोस्टमार्टम को नहीं जाने दिया। काफी हंगामे के बाद विधायक आदेश चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज पाल, किसान नेता सुरजीत ढिल्लो के समझाने के बाद ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम के लिए शव काशीपुर भिजवाया, लेकिन इसके बाद ग्रामीणों ने हाईवे पर जाम लगा दिया।
25 दिन पहले भाई पर हुआ था चाकुओं से हमला
ग्रामीण सबसे ज्यादा इस बात से आक्रोशित थे कि 25 दिन पहले किशोरी के चचेरे भाई पर गांव के रास्ते में चाकुओं से हमला हुआ था। पुलिस ने कई दिन बाद मुकदमा लिखा, लेकिन हमलावरों को अभी तक नहीं पकड़ पाई। मंगलवार को किशोरी की गन्ने के खेत धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई। चचेरे भाई की तरह ही किशोरी के शरीर पर धारदार हथियार के निशान देखकर ग्रामीण भड़क गए। और उन्होंने चचेरे भाई की घटना को बताते हुए हंगामा काटा।
जेल में बंद पिता को बुलाने की भी मांग उठी
स्कूल में कक्षा आठ में पढ़ने वाली किशोरी अपने परिवार में सबसे बड़ी थी। दो भाई एवं एक बहन परिवार में है। पिता, एनडीपीएस के मामले में अल्मोड़ा जेल में बंद हैं। मां किसी तरह मजदूरी कर बच्चों का पालन पोषण कर रही थी। दादा घर की देखभाल करते हैं। परिजनों ने बताया कि किशोरी को ढाई बजे तक घर में देखा गया है। उसके बाद शाम चार से पांच के बीच उसका शव गन्ने के खेत में मिला। हंगामे के दौरान ग्रामीण उसके पिता को छोड़ने एवं किशोरी के संस्कार में बुलाने की भी मांग कर रहे थे। एएसपी अभय प्रताप, विधायक आदेश चौहान ने भरोसा दिया।
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