
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) की मणिपुर यात्रा (Manipur Tour)को लेकर कांग्रेस हमलवार (Congress attacker)हो गई है। कांग्रेस सांसद(Congress MP) गौरव गोगई(Gaurav Gogai) ने दो साल की देरी से किए जा रहे पीएम मोदी(PM Modi) के इस दौरे पर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया कि यह यात्रा राज्य की जमीनी हकीकत से ज्यादा उनकी इमेज को ध्यान में रखकर की जा रही है। उन्होंने कहा कि मई 2013 में जब मणिपुर में हिंसा हुई थी, तब उसी वक्त पीएम मोदी को राज्य में शांति के लिए दौरान करना चाहिए था।
गोगोई ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट के जरिए पीएम मोदी के इस दौरे पर अपनी राय रखी। उन्होंने लिखा, ““प्रधानमंत्री मोदी का दो साल पहले मणिपुर का दौरा करना राज्य में शांति बहाली और स्थिति सुधारने के सफर में पहला कदम होना चाहिए था। अब दो साल की देरी के बाद, उनकी यात्रा मुख्य रूप से पूर्वोत्तर की भावनाओं का सम्मान करने के लिए होनी चाहिए। लेकिन, रुख बिल्कुल असंवेदनशील है और यात्रा जमीनी हकीकत के बजाय प्रधानमंत्री की छवि पर केंद्रित है।”
गौरव गोगोई के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी पीएम मोदी की इस यात्रा पर हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री पद के संवैधानिक उत्तरदायित्व का परित्याग कर दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए सवाल पूछा, “आपका राजधर्म कहां है?”
खरगे ने एक्स पर पोस्ट करके लिखा, “हिंसा के 864 दिन हो गए, 300 लोगों की जान गईं, 67,000 लोग विस्थापित हुए और 1,500 से अधिक लोग घायल हुए। आपने (प्रधानमंत्री) तब से 46 विदेश यात्राएं कीं, लेकिन अपने ही नागरिकों के साथ सहानुभूति के दो शब्द साझा करने के लिए एक भी यात्रा नहीं की। आपकी मणिपुर की आखिरी यात्रा जनवरी, 2022 में हुई थी और वह भी चुनाव के लिए थी।”
उन्होंने दावा किया, “आपके “डबल इंजन” ने मणिपुर की निर्दोष जिंदगियों पर बुलडोज़र चला दिया है। आपकी और गृह मंत्री अमित शाह की घोर अक्षमता और सभी समुदायों को धोखा देने में संलिप्तता को राष्ट्रपति शासन लगाकर छानबीन के दायरे से बचा लिया गया।”
जयराम रमेश ने साधा निशाना
दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि मणिपुर हिंसा के 864 दिनों के बाद पीएम मोदी वहां पहुंचे हैं। इतने समय के बाद वहाँ जाना और सिर्फ कुछ घंटे रुकना यह केवल और केवल आत्म प्रशंसा का स्टंट है। यह राज्य की पीड़ित जनता का घनघोर अपमान है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा की प्रधानमंत्री देर से तो आए लेकिन दुरुस्त नहीं आए।
रमेश ने एक्स पर लिखा, “जब से राज्य में हिंसा शुरू हुई, तब से मणिपुर के लोग पिछले 28 महीनों से भयावह दर्द, संकट और पीड़ा से गुजर रहे हैं। मणिपुर के लोगों ने प्रधानमंत्री के राज्य के दौरे का धैर्यपूर्वक इंतजार किया है। आख़िरकार आज उन्होंने उन्हें बाध्य कर दिया।”
गौरतलब है कि 2023 में हुई मणिपुर की जातीय हिंसा के बाद पीएम मोदी की यह पहली राज्य यात्रा है। इन दो सालों में विपक्ष लगातार पीएम मोदी पर यह सवाल उठाता रहा है कि आखिर वह मणिपुर कब जाएंगे। पीएम अपने इस दौरे में राहत शिविर में रह रहे लोगों से भी मिले। इसके अलावा उन्होंने हजारों करोड़ों की परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved