
इन्दौर। नगर निगम (Municipal Corporation) के पास अपनी खुद की जमीनों (Lands) का व्यवस्थित रिकार्ड (Records) नहीं होने के चलते कई बार परेशानियों का सामना तो करना ही पड़ता है, उन जमीनों और कम्युनिटी हॉल (Community Hall) पर लोग कब्जा कर लेते हैं और इसकी जानकारी बाद में लगती है। इसी के चलते एक अपर आयुक्त (Commissioner) को इसकी जिम्ेमदारी सौंपते हुए अब निगम की विभिन्न स्थानों पर खाली पड़ी जमीनों, कम्युनिटी हॉल, ग्रीन बेल्ट, लीज की भूमि आदि का व्यवस्थित रिकार्ड बनाने के साथ-साथ जमीनों को चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। आने वाले दिनों में दल गठित कर यह कार्य तेजी से कराया जाएगा।
पूर्व में हरसिद्धि झोन (Harsiddhi Zone) के पास के हिस्से में जमीन को लेकर विवाद की स्थिति बनी थी और मामला न्यायालय तक गया था। इसके अलावा शहर के कई कम्युनिटी हॉल (Community Hall) की जानकारी ही निगम को नहीं है और न ही निगम में अब इसका व्यवस्थित रिकार्ड (Records) है। इसके चलते कई बार रिकार्ड (Records) नहीं होने पर परेशानियां होती हैं। पिछले दिनों कुछ जमीनों के मामले में ऐसी ही स्थिति बनने पर निगमायुक्त प्रतिभा पाल (Municipal Commissioner Pratibha Pal) ने अफसरों की न केवल खिंचाई की थी, बल्कि फटकार लगाने के साथ-साथ रिकार्ड (Records) व्यवस्थित करने और उन्हें चिह्नित करने के लिए अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर को जिम्मेदारी सौंपी है।
कई कम्युनिटी हॉल और ग्रीन बेल्ट पर लोगों का कब्जा
नगर निगम (Municipal Corporation) अधिकारियों के मुताबिक शहर में पहले नगर निगम (Municipal Corporation) द्वारा बड़े पैमाने पर अलग-अलग क्षेत्रों में कम्युनिटी हॉल (Community Hall) बनाए गए थे। बाद में यह कम्युनिटी हॉल (Community Hall) विभिन्न कारणों से बंद हुए तो कुछ संस्थाओं को सामाजिक गतिविधियों के लिए दे दिए गए थे। जूनी इन्दौर और कुछ अन्य स्थानों पर बने कम्युनिटी हॉल पर कब्जे होने की शिकायतें आई थीं। वहीं नदी-नालों किनारों के हिस्सों पर ग्रीन बेल्ट (Green Belt) की जमीनों पर भी बड़े पैमाने पर कब्जे हो गए। अब निगम को अपनी जमीनों (Lands) की याद आई है। ऐसे में निगम को अपनी ही जमीनों से कब्जे हटाने के लिए खूब मशक्कत करना पड़ेगी।
पुराना रिकार्ड खंगालकर अब मौका देखने जाएंगे
अधिकारियों के मुताबिक निगम की सम्पत्तियों की पड़ताल करने के लिए अलग-अलग विभागों से निगम की भूमियों (Lands) के संबंध में रिकार्ड (Records) मंगवाया गया है। उनकी पड़ताल करने के बाद दस्तावेज लेकर टीमें मौके पर निरीक्षण करने जाएंगी। इसके लिए झोन 1 से लेकर 19 तक अलग-अलग दल गठित किए जाएंगे। इस कार्य को पूरा करने के लिए प्रभारी कार्यपालन यंत्री जितेंद्र जमींदार, प्रभारी सहायक यंत्री प्रकाश नागर, उपयंत्री सत्येंद्र राजपूत, क्लर्क राजेंद्र वाघमारे को अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गई हैं। यह अलग-अलग झोनलों से सामंजस्य बनाकर इस कार्य को पूरा करेंगे।
नया रिकार्ड बनेगा और फिर होगी तोडफ़ोड़
नगर निगम (Municipal Corporation) के पास मौजूद पुराने रिकार्ड (Records) को खंगालने के साथ-साथ मौका निरीक्षण कर जो रिपोर्ट तैयार होगी, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की रणनीति तैयार होगी। आला अधिकारियों का कहना है कि निगम की अधिकांश ग्रीन बेल्ट (Green Belt) और लीज की जमीनों (Lands) पर कब्जे होने की जानकारियां सामने आई हैं, लेकिन मौका निरीक्षण के बाद और स्थितियां स्पष्ट होंगी। इसके बाद निगम द्वारा नया रिकार्ड बनाकर कब्जा की गई जमीनों को खाली कराने का काम शुरू किया जाएगा।
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