
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) ने पुलिस (Police) के आधिकारिक रिकॉर्ड (Official Records) में इस्तेमाल किए जाने वाले उर्दू (Urdu) और फारसी (Persian) शब्दों की जगह हिंदी शब्दों (Hindi Words) का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। इन शब्दों को आम आदमी (Common Man) भी आसानी से समझ सकता है। इसका उद्देश्य पुलिसिंग को अधिक सुलभ, पारदर्शी और संवादात्मक बनाना है। जब कोई आम नागरिक किसी शिकायत, अपराध (Crime) की सूचना या अन्य कार्य के लिए पुलिस थाने जाता है, तो वह अक्सर एफआईआर (FIR) या पुलिस के अन्य दस्तावेजों (Documents) में उपयोग की जाने वाली भाषा (Language) को लेकर भ्रमित रहता है।
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा “उर्दू और फारसी भाषाओं के शब्द आम लोगों के लिए अपरिचित होते हैं, जिसके कारण वे न तो अपनी बात ठीक से समझा पाते हैं और न ही पूरी प्रक्रिया को ठीक से समझ पाते हैं। यदि पुलिस का उद्देश्य नागरिकों की सहायता और सुरक्षा करना है, तो उसकी भाषा भी ऐसी होनी चाहिए जो नागरिकों को समझ में आए और उनका विश्वास बढ़े।
बदले जाएंगे ये शब्द
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved